Tuesday 2 March 2021

आरक्षण की सूची जारी होते ही दावेदारों ने चुनाव की तैयारी भी शुरू कर दी है।

अमरोहा न्यूज़
शुभम नागर सिटी रिपोर्टर अमरोहा 

आरक्षण की सूची जारी होते ही दावेदारों ने चुनाव की तैयारी भी शुरू कर दी है। जिले में कुल 597 ग्राम पंचायतों में से 213 अनारक्षित सीट, 102 अनारक्षित महिला, 107 पिछड़ा वर्ग, 56 पिछड़ा वर्ग महिला, 77 अनुसूचित जाति और 42 अनुसूचित जाति महिला सीट हैं। हालांकि देर रात तक भी ब्लाक कार्यालयों पर आरक्षण की सूची चस्पा नहीं होने से दावेदारों को निराशा हुई। पूरा दिन एक दूसरे से फोन पर एवं अपने जानकार अधिकारियों से अपने अपने गांव की सीट की स्थिति के बारे में जानने की कोशिश करते रहे।
शासन द्वारा पंचायतों के आरक्षण का काम पूरा कर लिया है।पिछले दो दिन से आरक्षण की अंतरिम सूची प्रकाशित किए जाने की तैयारी चल रही थी। सोमवार को माना जा रहा था कि मंगलवार दोपहर में पंचायत चुनाव की आरक्षण सूची जारी हो जाएगी और शाम 4 बजे से पहले ब्लॉक कार्यालय पर चस्पा कर दी जाएगी। इसको लेकर दावेदारों में बेचैनी बढ़ गई। गांव में चौपालों पर दावेदारों के साथ उनके समर्थकों की भीड़ द्वारा यह जानने की कोशिश दिनभर की जाती रही कि उनके गांव एवं वार्ड की आरक्षण सीट की क्या स्थिति है। दावेदार, अधिकारी एवं मिलने वालों से फोन पर आरक्षण सूची के बारे में जानने की कोशिश करते रहे। इसके अलावा अधिकांश लोग अपने-अपने ब्लॉक कार्यालय पर शाम को पहुंचे लेकिन सूची चस्पा नहीं होने से काफी निराश हुए। उधर देर रात तक आरक्षण सूची जारी होते ही अधिकारियों ने राहत की सांस ली। अनंतिम सूची प्रकाशित होने के बाद दावे आपत्तियां मांगे जाएंगे। आपत्तियां सीधे शासन को भी भेजी जा सकती हैं। इसके बाद आरक्षण की एक और सूची जारी की जाएगी। यह दावे आपत्तियों की सुनवाई के बाद जारी होगी। इसको लेकर दावेदारों में हलचल तेज है।

*लखनऊ में बार से चीखती हुई अर्धनग्‍न हालत में बाहर आई युवती, शरीर ढकने को गार्ड ने द‍िया तौल‍िया*

*लखनऊ में बार से चीखती हुई अर्धनग्‍न हालत में बाहर आई युवती, शरीर ढकने को गार्ड ने द‍िया तौल‍िया*
लखनऊ,। विभूतिखंड इलाके में महिलाओं के साथ अभद्रता की घटनाएं थमने का नाम नहीं ले रही हैं। समिट बिल्डिंग में युवक-युवतियों के बीच हुई मारपीट की घटना इंटरनेट मीडिया पर खूब वायरल हुई थी। इस घटना ने तहजीब के शहर को शर्मसार कर दिया था। इस घटना को अभी लोग भूल भी नहीं पाए थे कि रविवार रात में एक और घटना प्रकाश में आ गई।
म्यूनिक बार में पार्टी करने आई एक युवती की युवक ने पिटाई शुरू कर दी। युवती खुद को बचाते हुए बार से बाहर निकली तो युवक वहां भी पहुंच गया। आरोपित ने सरेआम युवती की पिटाई शुरू कर दी। यही नहीं, युवती के कपड़े तक उतार दिए। किसी तरह खुद बचाते हुए युवती ओमेक्स रेजीडेंसी पहुंची और निजी गार्ड से मदद मांगी। गार्ड ने युवती को शरीर ढकने के लिए तौलिया दिया। युवती गेट के भीतर चली आई, जिसका पीछा करते हुए युवक भी वहां पहुंच गया। इस बीच युवक के कुछ साथी भी वहां पहुंचे और युवती के कपड़े गेट के भीतर फेंककर चले गए। युवती ने कपड़े पहने और आरोपित युवक से खुद को बचाती रही। स्थानीय लोगों ने इसका वीडियो भी बना लिया, जो इंटरनेट मीडिया पर वायरल हो गया।
इस बीच विभूतिखंड पुलिस वहां पहुंची और युवती को साथ लेकर चली गई। युवक और युवती नशे में थे। खास बात यह है कि सरेराह हुई इस दुस्साहसिक वारदात के बावजूद पुलिस ने कोई कार्रवाई नहीं की। पुलिस का कहना है कि युवक और युवती पति पत्नी हैं, जिनका आपस में विवाद हो गया था। दोनों ने आर्य समाज मंदिर में शादी की थी, जिनके बीच में समझौता हो गया था। अब सवाल यह है कि अगर आरोपित युवती का पति है तो क्या उसे इस तरह की हरकत करने का अधिकार है? आखिर किसके दबाव में पुलिस ने कार्रवाई नहीं की। विभूतिखंड में आए दिन बार व क्लब में मारपीट और हंगामा हो रहा है, लेकिन उच्चाधिकारी चुप्पी साधे हुए हैं।

*किसान नेता का प्रयास लाया रंग पुलिया के लिए धन मिला*

(गुफरान खान रिपोर्ट मैगलगंज)

मैंगलगंज खीरी

*किसान नेता का प्रयास लाया रंग पुलिया के लिए धन मिला*

प्राचीन शिवधाम मढिया को जाने वाले मुख्य मार्ग की पुलिया लगभग सात माह से जर्जर पड़ी थी भक्तो को आवा गमन में भारी जोखिम रहता है जिसकी लेकर बीते पंद्रह दिनों से किसान नेता श्यामू शुक्ला ने शोशल मीडिया के माध्यम से मुहिम चलाई हुई थी व लोकनिर्माण बिभाग के अधिकारियों को पत्र लिखकर व फोन के माध्यम से पुलिया का निर्माण करवाने को कहा भी था और चेतावनी भी दी थी अगर एक माह में पुलिया का निर्माण न हुवा तो उनका संगठन मढिया की गोमती नदी में जल सत्याग्रह करेगा जिसको संज्ञान लेते हुए बिभाग के अधिशासी अभियंता के द्वारा किसान नेता को यह भरोसा दिलाया गया था कि पंद्रह दिनों में कार्य शुरू करवा दिया जाएगा जिसके क्रम में शाशन के द्वारा लगभग दस लाख रुपया बिभाग को निर्माण के लिए दिया गया है जल्द ही ठेकेदार को टेंडर के माध्यम जिम्मेदारी देकर निर्माण करवाया जाएगा इस खबर को मैगलगंज मीडिया ने भी प्रमुखता से छापा था आज क्षेत्र के लोग किसान नेता श्यामू शुक्ला व खबर छापने वाले मीडिया के लोगों की सराहना कर रहे है

कोरोना काल में बंद हुए प्राथमिक स्कूल सोमवार को करीब एक साल बाद खुल गए।

अमरोहा न्यूज़ 
शुभम नागर सिटी रिपोर्टर अमरोहा 

कोरोना काल में बंद हुए प्राथमिक स्कूल सोमवार को करीब एक साल बाद खुल गए। कईं स्कूलों को गुब्बारों व झालरों से सजाया गया। स्कूल पहुंचे छात्र-छात्राओं का तिलक लगाकर स्वागत किया गया। स्कूलों में उत्सव जैसा माहौल रहा।
बीते साल मार्च महीने में बंद हुए प्राथमिक स्कूल सोमवार से खुले गए। शासन के निर्देश मुताबिक स्कूल परिसर और कक्षाओं को गुब्बारों तथा फूल-मालाओं से सजाया गया। शिक्षकों ने गुलाल का टीका लगाकर छात्र-छात्राओं का स्वागत किया गया। लंबे समय बाद कक्षाओं में पहुंचे छात्र-छात्रा भी स्कूलों का संचालन शुरू होने पर उत्साहित नजर आए।
उधर, कोविड गाइडलाइन का पालन करते हुए अधिकांश स्कूलों में सेनिटाजेशन कराया गया।छात्र-छात्राओं को मास्क वितरित कर कोरोना से बचाव की जानकारी भी दी गई। हालांकि बहुत से स्कूलों में इस ओर लापरवाही भी बरती गई। बीएसए चंद्रशेखर ने बताया कि शासन के निर्देशानुसार स्कूलों में कोविड गाइडलाइन का पालन अनिवार्य रूप से कराया जाएगा। इस ओर लापरवाही बरतने वाले शिक्षकों के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।
स्कूलों में कराया गया सेनिटाइजेशन, बांटे मास्क
अमरोहा। जोया ब्लाक क्षेत्र के प्राथमिक विद्यालय अम्हेड़ा में कोरोना से बचाव के दृष्टिगत शिक्षकों ने जरूरी उपाय किए। विद्यालय परिसर को सेनिटाइज कराया गया। छात्र-छात्राओं की थर्मल स्क्रीनिंग करने के साथ ही उन्हें मास्क का वितरण किया गया। कोरोना से बचाव की जानकारी दी। इसके साथ ही एक वर्ष बाद विद्यालय में कक्षाओं का संचालन शुरू होने पर छात्र-छात्राओं का स्कूल में स्वागत कर शुभकामना दी। प्रधानाध्यापिका हेमा तिवारी व सहायक अध्यापक सरताज अली ने अभिभावकों को भी कोरोन से बचाव के प्रति जागरूक किया।

पुलिस अधीक्षक सुनीति ने बरेली परिक्षेत्र को ट्रांसफर हुए

अमरोहा न्यूज़
शुभम नागर सिटी रिपोर्टर अमरोहा

पुलिस अधीक्षक सुनीति ने बरेली परिक्षेत्र को ट्रांसफर हुए 38 उपनिरीक्षकों में शामिल कई चौकी इंचार्ज चले जाने के बाद उनकी जगह नए दरोगाओं को कमान सौंपी है। वहीं पुलिस लाइन में चल रहे एक दरोगा को आदमपुर का एसएसआई बनाया है, जबकि एक चौकी इंचार्ज का बछरायूं तबादला किया गया है।
बीते महीने जनपद से 38 दरोगाओं का बरेली परिक्षेत्र को तबादला किया गया। जिनमें कई पर पुलिस चौकियों की कमान थी। उनके ट्रांसफर के बाद एसपी ने थानों में चल रहे उपनिरीक्षकों को चौकी इंचार्ज बनाया है। पुलिस लाइन में चल रहे सोकेंद्र सिंह को थाना आदमपुर का एसएसआई बनाया गया है। कैलसा चौकी इंचार्ज प्रदीप कुमार का बछरायूं तबादला किया गया है।
बछरायूं में तैनात एसआई धर्मेंद्र सिंह को ढबारसी चौकी की कमान सौंपी गई है। सोशल मीडिया सैल में चल रहे धर्मेंद्र खोखर जीवाई चौकी इंचार्ज, थाना अमरोहा देहात में तैनात अरुण कुमार को कैलसा चौकी प्रभारी बनाया गया है। हसनपुर कोतवाली में तैनात उपनिरीक्षक मनोज बाबू को थाना नौगावां सादात की जमनाखास चौकी की कमान दी गई है। संदीप बालियान को थाना रजबपुर से ट्रांसफर कर नगर कोतवाली की मुरादाबादी गेट चौकी प्रभारी बनाया गया है।

Saturday 27 February 2021

*चोरी के लिए पहले 20 लाख का खरीदा मकान फिर 20 फ़ीट लंबी सुरंग बनाकर उड़ाई 400 किलो चांदी*शुभम नागर

*चोरी के लिए पहले 20 लाख का खरीदा मकान फिर 20 फ़ीट लंबी सुरंग बनाकर उड़ाई 400 किलो चांदी*
शुभम नागर
जयपुर. राजस्थान की राजधानी जयपुर के वैशाली नगर थाना इलाके एक अनोखी चोरी का खुलासा हुआ. चोरों ने 20 फीट लंबी सुरंग बनाकर शहर के मशहूर हेयरप्लांट विशेषज्ञ डॉक्टर सुनीत सोनी के घर में चोरी की बड़ी वारदात को अंजाम दिया है. चोरों ने बेसमेंट में तीन बक्सों में छुपाकर रखी गई करोड़ों की चांदी पर हाथ साफ कर दिया. चोर कितने बड़े शातिर हैं, इसका अंदाजा इस बात से लगाया जा सकता है कि वारदात को अंजाम देने के लिए बदमाशों ने 90 लाख रुपए में डॉक्टर के पीछे एक मकान खरीदा. फिर इस मकान के कमरे को खोदकर सोनी के मकान के बेसमेंट तक पहुंचने के लिए सुरंग बनाई थी. वारदात का खुलासा तब हुआ जब दो दिन पहले सोनी ने बेसमेट में देखा कि चांदी के बक्से गायब हैं.इसके बाद उन्होंने शुक्रवार को चोरी की पुलिस में शिकायत दर्ज कराई.

पुलिस ने पड़ताल की तो सामने आया कि सुनीत सोनी के घर के पीछे स्थित खरीदे गए घर में एक कमरे में फर्श को खोदकर सोनी के घर के बेसमेंट तक सुरंग बनाई गई. डॉक्टर दंपति ने करीब तीन महीने पहले अपने घर के बेसमेंट में जमीन के नीचे तीन बक्सों में चांदी भरकर उन्हें गाड़ दिया था और इसके बाद फर्श को ऊपर से पक्का कर दिया था. लेकिन चोरों को इसकी जानकारी मिल गई थी. चोरों ने बेसमेंट तक पहुंचने का प्लान बनाया. इसके लिए सुरंग बनानी जरूरी थी, इसलिए उन्होंने पड़ोस में एक घर खरीदा और फिर सुरंग बनानी शुरू कर दी.
सुरंग के जरिए बेसमेंट तक पहुंचे और चांदी चुरा ली
चोर सुरंग के जरिए बेसमेंट तक पहुंचे और फर्श खोदकर चांदी के तीनों बक्शे निकाल लिए. फिर फर्श को पक्का कर ऊपर से ऐसे ढंक दिया कि किसी को शक न हो. उन्होंने सुरंग का मुंह भी बंद कर दिया था. चांदी करीब 400 किलो बताई जा रही है. हालांकि डॉक्टर सुनीत सोनी ने पुलिस को दर्ज कराई FIR में सिर्फ इतना लिखा कि जेवर गायब हुए हैं. बक्शों में कितनी चांदी थी, इसका कोई जिक्र नहीं है.
हेयरप्लांट विशेषज्ञ हैं डॉक्टर सुनीत सोनी

डॉ सुनीत सोनी जयपुर के मशहूर हेयर ट्रांसप्लांट विशेषज्ञ हैं. पुलिस ने बेसमेंट का जायजा लेने के बाद से ही पड़ताल शुरू कर दी है. चोरों की तलाश की जा रही है. दरअसल सोनी के पीछे जिस मकान से सुरंग बनाई गई, 4 जनवरी को ही ये मकान 90 लाख में एक शख्स ने खरीदा है. अब आशंका ये है कि ये मकान चांदी की इस चोरी के मकसद से ही खरीदा गया था.

एसीपी रायसिंह बेनीवाल ने बताया कि इस गिरोह में दो या तीन अधिक लोगों के शामिल होने का अंदेशा लग रहा है. डॉक्टर के करीबी लोग ही इसमें शामिल हो सकते हैं, क्योंकि उन्हें अच्छे से पता था कि घर के बेसमेंट में चांदी का बॉक्स है और कहां रखा है. वहीं इस पूरे मामले में पुलिस ने कुछ संदिग्ध लोगों को भी हिरासत में ले रखा है, पुलिस का दावा है कि जल्द पूरे मामले का खुलासा किया जाएगा.

Friday 26 February 2021

*खीरी जिले का डीएम आवास निकला राजमहल, RTI से खुलासे के बाद असली मालिक को मिली सालों पुरानी संपत्ति*

*खीरी जिले का डीएम आवास निकला राजमहल, RTI से खुलासे के बाद असली मालिक को मिली सालों पुरानी संपत्ति*
लखीमपुर खीरी. उत्तर प्रदेश के लखीमपुर खीरी जिले में एक परिवार को उसकी सैकड़ों साल पुरानी संपत्ति एक राजमहल के रूप में वापस मिली है। यह सब राइट टू इन्फॉर्मेशन (RTI) का इस्तेमाल करने पर हुआ है। वर्तमान समय में लखीमपुर जिला अधिकारी का जो आवास है वह महाराजा ओयल रियासत की संपत्ति है और राजमहल के रूप में दर्ज है। यह जानकारी मिलने के बाद अब राज परिवार ने डीएम आवास पर अपना दावा किया है। सालों से खोजबीन के बाद राजमहल के दस्तावेज मिलने पर राज परिवार ने यह उम्मीद जातई है कि सालों से खत्म हुई उनकी डीड अब फिर से शुरू हो जाएगी।

*101 रुपये किराए पर दिया राजमहल*
1928 में ओयल रियासत के राजा युवराज दत्त सिंह ने अपने राजमहल को डीएम को किराए पर दिया था। जिसके एवज में उन्हें 101 रुपये किराया भी मिलता था। जिसके तकरीबन 30 साल के बाद जब डीड में परिवर्तन किया तो उस समय दस्तावेजों की कमी की वजह से राजमहल का खसरा नंबर कहीं गायब हो गया। 1984 में युवराज दत्त सिंह के निधन के बाद जब राज परिवार ने राजमहल के किराए को लेकर जिला प्रशासन से बात की तो जिला प्रशासन ने राज परिवार से राजमहल के मूल दस्तावेज मांगे। जिला प्रशासन द्वारा मांगे गए राजमहल के दस्तावेजों की काफी खोजबीन के बाद जब रिकॉर्ड रूम नहीं मिले तो राज परिवार ने दस्तावेजों के तलाशने का दूसरा तरीका ढूंढा।

*डीएम आवास पर किया दावा*
राजमहल के लोगों ने आरटीआई का सहारा लिया। मामले में आरटीआई एक्टिविस्ट सिद्धार्थ नाथ नारायण सिंह ने आरटीआई फाइल की। आरटीआई मांगने के एक साल के बाद राजघराने के पौत्र प्रदुम नारायण सिंह को सीतापुर से ये जानकारी मिली कि जिलाधिकारी का आवास ही राजा ओयल की रियासत है। दस्तावेज मिलने के बाद अब राजमहल के लोगों ने डीएम आवास पर अपना दावा किया है।

अध्यक्ष अब्बास नकवी,महामंत्री आकाश सैनी और कोषाध्यक्ष देवरंजन मिश्रा हुए निर्वाचितचुनाव अधिकारी ने दिए प्रमाण पत्रप्रेस क्लब की हुई बैठक

अध्यक्ष अब्बास नकवी,महामंत्री आकाश सैनी और कोषाध्यक्ष देवरंजन मिश्रा हुए निर्वाचित चुनाव अधिकारी ने दिए प्रमाण पत्र प्रेस क्लब की हुई बैठक ...