Tuesday 7 December 2021

किसी होटल में 13 नबंर का कमरा क्यों नहीं होता, जानिए इसके पीछे का रहस्यMINERVA NEWS LIVE

किसी होटल में 13 नबंर का कमरा क्यों नहीं होता, जानिए इसके पीछे का रहस्य

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नई दिल्ली। अगर आप बहुत ज्यादा ट्रैवल करते हैं और आपको आए दिन होटल में रूकना पड़ता है। तो आपने एक चीज पर गौर किया होगा। अगर नहीं किया है तो हम बता देते हैं। किसी भी होटल में 13 नंबर का कोई कमरा नहीं होता। जी हां यह बिल्कुल सच है। इसके पीछे की वजह क्या है आज हम यही जानेंगे।

13 नंबर का माना जाता है अशुभ

दरअसल, पश्चिमी देशों में 13 नबंर को अशुभ माना जाता है। वहां के लोगों में 13 अंक को लेकर काफी डरे रहते हैं। इसलिये पश्चिमी देशों के होटल में न तो 13 नबंर का कमरा होता है और न ही 13वीं मंज़िल। 12वीं के बाद सीधी 14वीं मंज़िल (Flor) आ जाती है। पश्चिमी देशों को देखते हुए भारत के हॉटल भी 13 नंबर का कमरा नहीं रखते।

ये भी है दावा

वही कुछ मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, एक बार यीशु मसीह को किसी व्यक्ति ने धोखा दिया था। ये वही व्यक्ति था, जिसने उनके साथ बैठकर खाना भी खाया था। विश्वासघात करने वाला वो व्यक्ति 13 नबंर की कुर्सी पर बैठा हुआ था। इस घटना के बाद से यूरोप, अमेरिका सहित कई देशों में 13 नबंर को अशुभ माना जाने लगा और लोग 13 नबंर को लेकर दूर ही रहने लगे।

13 नंबर से लगने वाले डर को क्या कहा जाता है?

भारत में होटल ऐसा इसलिए करते हैं। क्योंकि अधिकतर होटल Foreign Tourist को ध्यान में रख कर बनाये जाते हैं। इसलिये यहां के होटल में भी 13 नबंर का कोई कमरा नहीं बनाया जाता है। 13 नबंर से लगने वाले इस डर को Triskaidekaphobia कहा जाता है। वहीं अगर फ़्रांस की बात करें, तो वहां खाने की टेबल पर 13 कुर्सियों का होना अनलकी माना जाता है।

चंडीगढ़ में सेक्टर 13 नहीं है

यही नहीं, भारत में चंडीगढ़ ऐसा शहर है, जहां सेक्टर 13 नहीं है। ऐसा इसलिए क्यों कि शहर का जिसने नक्शा तैयार किया था वो विदेश था और वो 13 नंबर को अशुभ मानता था। आज भी चंडीगढ़ में सेक्टर 13 नहीं है।

Wednesday 1 December 2021

नया रसोई गैस कंपोजिट सिलेंडर बाजार में आया अब अचानक खत्म नहीं होगी गैस, जाने क्या है कंपोजिट सिलेंडर के रेट।प्रिया ठाकुर प्रेदश संपादक उत्तर प्रदेश

नया रसोई गैस कंपोजिट सिलेंडर बाजार में आया अब अचानक खत्म नहीं होगी गैस, जाने क्या है कंपोजिट सिलेंडर के रेट।

प्रिया ठाकुर प्रेदश संपादक उत्तर प्रदेश
लखनऊ. उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ नई ने कंपोजिट एलपीजी सिलेंडर का किया ऐलान अब लखनऊ में भी मिलेगा। सीएम योगी आदित्यनाथ ने आज इंडियन ऑयल के पारदर्शी कंपोजिट एलपीजी सिलेंडर का शुभारम्भ किया। सीएम योगी ने कहाकि, जनता को एक नया विकल्प मिलेगा। इस सिलेंडर के पारदर्शी होने सक आसानी से गैस के लेवल को पता चल सकेगा।
अपने सरकारी आवास पर इंडियन ऑयल को बधाई देते हुए सीएम योगी आदित्यनाथ ने कहाकि, लखनऊ की जनता के लिए ये सिलेंडर उपलब्ध हो चुका है। इसके अलावा गोरखपुर, कानपुर, प्रयागराज और वाराणसी की जनता को यह पारदर्शी फाइबर युक्त सिलेंडर मिलने लगा है।

50 प्रतिशत हल्का है सिलेंडर :- इंडियन ऑयल के कार्यकारी निदेशक डॉ उत्तीय भट्टाचार्य ने पहला 10 किलो का कंपोजिट गैस सिलेंडर सीएम योगी आदित्यनाथ को भेंट किया। डॉ उत्तीय भट्टाचार्य ने सीएम को कंपोजिट एलपीजी सिलेंडर के फायदों के बारे में बताया कि, फाइबर से बना होने के कारण ये करीब 50 प्रतिशत हल्का, सुविधाजनक एवं जंगरोधक है। पारदर्शी होने की वजह से अचानक से एलपीजी खत्म होने की समस्या का सामना नहीं करना पड़ेगा।
5 और 10 किलोग्राम में मौजूद :- कंपोजिट सिलेंडर ग्राहकों को 5 और 10 किलोग्राम वैरिएण्ट में उपलब्ध होगा। कंपोजिट सिलेंडर के 5 और 10 किलोग्राम के वेरिएंट क्रमश- 2150 और 3350 रुपये की सिक्योरिटी देकर प्राप्त किए जा सकेंगे।

बुजुर्ग पिता को बेटों ने ठुकराया तो DM के नाम कर दी दो करोड़ की प्रॉपर्टीप्रिया ठाकुर प्रदेश संपादक उत्तर प्रदेश

 बुजुर्ग पिता को बेटों ने ठुकराया तो DM के नाम कर दी दो करोड़ की प्रॉपर्टी

प्रिया ठाकुर प्रदेश संपादक उत्तर प्रदेश
आगरा, 27 नवंबर: 88 साल के बुजुर्ग गणेश शंकर की चर्चा अचानक से प्रदेश ही नहीं, बल्कि मीडिया की सुर्खियां में भी छा गए है। दरअसल, बुजुर्ग गणेश शंकर को उनके बेटों ने ठुकरा दिया तो उन्होंने अपनी दो करोड़ रुपए की संपत्ति आगरा जिलाधिकारी के नाम कर दी। बुजुर्ग की मानें तो उनके दोनों बेटे उनका ख्याल नहीं रखते है। इस वजह से वो अपने भाइयों के साथ रहने के लिए मजबूर है।
बुजुर्ग गणेश शंकर का कहना है कि वो अपने बेटों से परेशान है। उनके दोनों बेटे उनका ख्याल नहीं रखते है तो वह अपने बेटों को प्रॉपर्टी देकर क्या करें। कहा कि उनके बेटे पागल नहीं है पर पता नहीं किस दिमाग के हैं। वे मेरे लिए कुछ नहीं करते। मैं तो भाइयों के साथ ही रहता हूं।
88 वर्षीय बुजुर्ग गणेश शंकर, आगरा जिले छत्ता थाना क्षेत्र के पीपल मंडी के रहने वाले है। रावत पाड़ा चौराहे पर तम्बाकू की दुकान है। उनका तम्बाकू काम काफी पुराना है।
गणेश शंकर ने बताया कि उन्होंने अपने भाई नरेश शंकर पांडे, रघुनाथ और अजय शंकर के साथ मिलकर 1983 में 1 हजार गज जमीन खरीद कर आलीशान घर बनवाया था। मकान की कीमत लगभग 13 करोड़ है। वक्त के साथ चारों भाइयों ने अपना बंटवारा कर लिया। वर्तमान में गणेश शंकर चौथाई मकान के मालिक हैं, जिसकी कीमत लगभग दो करोड़ रुपए है।
गणेश शंकर ने बताया कि उनके दो बेटे हैं, जो घर में रहते हुए भी उनका ध्यान नहीं रखते हैं। उनको दो वक्त के भोजन के लिए भाइयों पर आश्रित होना पड़ रहा है। समझाने पर बेटों ने उनसे नाता तोड़ दिया। इस बात से खफा होकर उन्होंने अपनी सारी संपत्ति डीएम आगरा के नाम कर दी। वर्तमान में वो अपने भाइयों के साथ रह रहे हैं और एक ही घर में होते हुए बेटों से दूर हैं। उन्होंने बताया कि अगस्त 2018 में डीएम आगरा के नाम मकान की वसीयत कर दी थी।
तो वहीं, अब वो शुक्रवार को जिलाधिकारी ऑफिस पहुंचे और जनता दर्शन में उन्होंने सिटी मजिस्ट्रेट प्रतिपाल चौहान को रजिस्टर्ड वसीयत सौंपी। सिटी मजिस्ट्रेट प्रतिपाल चौहान ने बताया कि उन्हें वसीयत प्राप्त हुई है। जो जगह उन्होंने डीएम आगरा के नाम की है, उसकी करोड़ों की कीमत है। वसीयत की एक प्रति उनके भाइयों के पास भी है और भाइयों को इस बात से कोई ऐतराज नहीं है।

Thursday 25 November 2021

डॉक्टर ने पार की इंसानियत की सारी हदें।प्रिया ठाकुर प्रदेश संपादक MINERVA NEWS LIVE NETWORK

डॉक्टर ने पार की इंसानियत की सारी हदें।

प्रिया ठाकुर प्रदेश संपादक MINERVA NEWS LIVE NETWORK


मेरठ:- एक और जहाँ डॉ को भगवान समान दर्जा दिया जाता है, वही हम यह भूल जाते है की जैसे हर सिक्के के दो पहलु होते है, वैसे ही भगवान का विपरीत शैतान, हैवान होता है। और हमें डॉ. के नाम के पीछे छुपे भगवान और हैवान को सबके सके सामने लाना होगा। ऐसे ही डॉ. के नाम के पीछे छुपे हैवान को हमारी हेल्थ मीडिया टीम सामने लाइ है। यह हादसा है मेरठ के डॉ हरिकेश का। मेरठ मेडिकल कॉलेज के जूनियर डॉक्टर हरिकेश पुत्र स्वर्गीय झंगू लाल निवासी राज नगर कॉलोनी, गढ़ रोड, जिला मेरठ(वर्तमान पता, किराये पर)( रामपुर गढ़ौली कुंडा प्रतापगढ़ - स्थायी पता ) ने शिल्पा पुत्री अमरनाथ निवासी दयाल नगर बड़ेवार, लेआट वर्धा महाराष्ट्र को शादी के झांसी में फंसाया। शिल्पा पुत्री अमरनाथ का कहना है कि वह जिला अस्पताल में सिटी स्कैन टेक्नीशियन की जॉब करती है। उसका विवाह सितंबर 2017 में डॉक्टर हरिकेश ( उस समय एमबीबीएस कर रहा था) के साथ दोनों परिवारों की सहमति से निश्चित हुआ। दिनांक 1/10/2019 को शिल्पा अपनी परीक्षा देने गाजियाबाद आई थी, वहीं पर हरिकेश ने शिल्पा से मुलाकात की, एक दूसरे को पसंद किया एवं बातचीत आगे बढ़ी। बातचीत के दौरान ही हरिकेश ने शिल्पा से शादी करने का वादा किया, और अनेक कारणों से शिल्पा से रुपयों की मांग करता रहा।
हरिकेश द्वारा शिल्पा से रुपयों की पहली मांग कुछ जरूरत बताकर ₹80000 की की गई, जिसमें शिल्पा ने ₹50000 एन ई एफ टी द्वारा उसके खाता संख्या 33375419736 भारतीय स्टेट बैंक शाखा मेडिकल कॉलेज मेरठ मे ट्रांसफर कर दिए गए। फिर कुछ दिन बाद जनवरी 2021 मे अपने भाई के बेटे की फीस के लिए ₹34750 एनईएफटी द्वारा मनीष कुमार (भांजे) के खाते अलायंस 20257307 मे कोटा राजस्थान मे ट्रांसफर कर दिए गए। उसके बाद 22 जून 2021 को शिल्पा के छोटे भाई की सगाई में आने के लिए हरिकेश ने शिल्पा से कहा कि मेरा टिकट बुक कर दो जिसमें कि 17 जून 2021 को टिकट नई दिल्ली से महाराष्ट्र तक आने जाने के लिए अंकन ₹5000 के टिकट बुक कर दिए गए। दिनाँक 11 जुलाई 2021 में हरिकेश के घर शिल्पा के परिवार के सदस्य रिश्ता पक्का करने गए जिसमें शिल्पा के पिता ने ₹51000 हरिकेश की माता के हाथ में रखे एवं हरिकेश की दो बहन जीजा भांजा भांजी व हरिकेश के 2 2 जोड़ी कपड़े व सभी को ₹11000 शगुन के दिए। जब हरिकेश के घर वालों ने कहा कि अब हम आपकी दीदी दीपमाला के घर चरवेली प्रतापगढ़ मे रिश्ता करने आएंगे। आप लड़की को यहीं बुला लेना जो भी आगे की रस्में है यही हो जाएंगी। 15 सितंबर 2021 को हरिकेश ने शिल्पा को मेरठ मिलने के लिए बुलाया, एवं जीजा का ऑपरेशन हुआ है इसलिए पैसों की जरूरत है कहकर ₹100000 की मांग की। इस पर शिल्पा ने 15 सितंबर 2021 की शाम को हरिकेश को ₹80000 दिए एवं हरिकेश, शिल्पा व उसके लगेज को संगम लॉज, गढ़ रोड, मेरठ पर लेकर आया, वहां पर हरिकेश ने शिल्पा के साथ संबंध बनाने की कोशिश करते हुए गलत इरादे से छुआ, व उसके साथ बदतमीजी करने की कोशिश की, इस पर ज़ब शिल्पा ने मना की और कहा की मैं शोर मचा दूंगी, जो कुछ होगा शादी के बाद होगा, तो हरिकेश ने कहा की मैं तुमसे जल्द शादी करूंगा और लगातार बदतमीज़ी करता रहा, बड़ी मुश्किल से प्रार्थिनी शिल्पा वहाँ से भाग कर अपने घर आ गयी। तब कुछ दिन बाद हरिकेश की माँ ने शिल्पा के घरवालों से शादी के लिए कार की मांग रखी, और कहा की यदि आपको हमारे बेटे हरिकेश से अपनी बेटी शिल्पा की शादी करनी है तो गाड़ी तो देनी ही होंगी। शिल्पा ने हरिकेश की माता के द्वारा मांगी गई कार के बारे में हरिकेश को बताया, तो उसने कहा कि तुम माता जी की बातों पर मत जाओ मैं तुमसे शादी करूंगा। तुमने हर समय मेरी पैसे से मदद की है, और शिल्पा से बात करता रहा, और हरिकेश के कहने से शिल्पा 17 नवंबर 2021 को मेरठ आ गई। तब से लगातार शिल्पा हरिकेश से मिलने की कोशिश कर रही है, और हरिकेश शिल्पा को धोखा दे रहा है एवं मानसिक व आर्थिक रूप से प्रताड़ित कर रहा है। और फोन पर शादी के लिए मना भी कर रहा है। यही नहीं शिल्पा को मिलने की कोशिश करने पर या अपने खिलाफ रिपोर्ट दर्ज करने पर जान से मारने की धमकी भी दे रहा है। इन सब पर शिल्पा ने एसएसपी मेरठ से हरिकेश के खिलाफ उचित कार्रवाई करने व अपने द्वारा दिए गए पैसे वापस दिलवाने के लिए व उचित न्याय के लिए मांग की है। अब देखना यह है कि मेरठ प्रशासन डॉक्टर हरिकेश जैसे हैवान के खिलाफ कब तक और क्या कार्यवाही करते हैं। क्या मेरठ प्रशासन शिल्पा को न्याय दिला पाएगा।

Wednesday 24 November 2021

हिमाचल प्रदेश के सोलन में देखते ही देखते ही देखते गिरा पहाड़ , लोगो ने मुश्किल से बचाई जान।MINERVA NEWS LIVE NETWORK

हिमाचल प्रदेश के सोलन में देखते ही देखते ही देखते गिरा पहाड़ , लोगो ने मुश्किल से बचाई जान।

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सोलन. हिमाचल प्रदेश (Himachal Pradesh) के सोलन जिले में एक बड़ी खबर सामने आई है. यहां के डेढ़ घराट के पास पहाड़ का एक हिस्सा देखते ही देखते भड़भड़ाकर गिर (Land Slide) गया.
हालांकि, इससे किसी तरह की जानमाल की हानि की खबर नहीं है. वहीं, अब मलबे के गिरने का वीडियो तेजी से वायरल हो रहा है. वीडियो में देखा जा सकता है कि पहाड़ (Mountain) का एक हिस्सा अचानक भड़भड़ाकर गिर गया. इस दौरान लोग उसका वीडियो बनाते रहे.

जानकारी के मुताबिक, पहाड़ से मलबा गिरने से करीब आधे घंटे तक कालका शिमला हाईवे बाधित रहा. लेकिन किसी भी तरह की जानमाल के नुक्सान की कोई सूचना नहीं है. वहीं, एरिफ़ कम्पनी के अधिकारियों ने मुस्तैदी दिखाते हुए जल्द रोड को खोला और यातायात सुचारु कर दिया. फिलहाल एरिफ़ कम्पनी द्वारा घटना स्थल पर पैनी नज़र रखी जा रही है. आप को बता दें कि सड़क को चौड़ा करने के लिए एरिफ कम्पनी द्वारा खुदाई की जा रही है, जिसके चलते ऐसी घटनाएं इस स्थान पर अक्सर देखने को मिल रही हैं. लेकिन सुखद बात यह है कि अभी तक कोई जानी नुक्सान यहां नहीं हुआ है.
भवन मालिक पर एफआईआर दर्ज की है

वहीं, सुबह में सोलन जिले में परवाणू सेक्टर-दो में एक चार मंजिला एक भवन जमींदोज होने की खबर सामने आई थी. घटना में ए मजदूर की मलबे में दबने से मौत हो गई थी, जबकि तीन मजदूरों को बचाया गया था. बिल्डिंग गिरने का एक वीडियो (Building Collapse Video) भी सामने आया था. इस दौरान धुल का गुब्बार उठा और लोग जान बचाने के लिए इधर-उधर भागते दिखाई देते हैं. मंगलवार दोपहर बाद डेढ़ बजे हुए इस हादसे को लेकर पुलिस ने भवन मालिक पर एफआईआर दर्ज की है.

अंदर खुदाई के लिए जेसीबी लगा रखी थी

जानकारी के अनुसार, भवन मालिक ने इमारत की मरम्मत के लिए अंदर खुदाई के लिए जेसीबी लगा रखी थी. खुदाई के दौरान नींव हिलने से भवन गिर गया और मरम्मत कार्य में जुटे मजदूर इसमें दब गए. बताया जा रहा है कि पहले इस इमारत में एक निजी उद्योग था, जोकि बंद हो गया था. बिल्डिंग खाली थी.

मोदी कैबिनेट का बड़ा फैसला मार्च 2022 तक जारी रहेगी गरीब कल्याण योजना 80 करोड़ परिवारों को मिलेगा फायदाMINERVA NEWS LIVE NETWORK

मोदी कैबिनेट का बड़ा फैसला मार्च 2022 तक जारी रहेगी गरीब कल्याण योजना 80 करोड़ परिवारों को मिलेगा फायदा

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नई दिल्‍ली : प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अगुवाई वाली सरकार ने गरीब कल्‍याण योजना को अगले साल मार्च तक विस्‍तार देने का फैसला किया है। यह योजना 30 नवंबर को समाप्‍त हो रही थी, लेकिन सरकार के इस फैसले से उन 80 करोड़ परिवारों को अगले छह महीने तक इस योजना का और लाभ अब मिलेगा, जिन्‍हें इसके तहत एक निश्चित मात्रा में नि:शुल्‍क चावल, आटा और बुनियादी जरूरत की अन्‍य चीजें मिलती रही हैं।


यहां कोविड से संबधित सभी नए अपडेट पढ़ें
पीएम मोदी की अगुवाई में हुई कैबिनेट की बैठक में गरीब कल्‍याण योजना को मार्च 2022 तक विस्‍तार देने का फैसला लिया गया। इससे पहले केंद्र सरकार ने राज्‍यों को यह विकल्‍प दिया था कि वे चाहें तो इस योजना को संबंधित राज्‍य में विस्‍तार दे सकते हैं। ऐसी स्थिति में इस पर आने वाला खर्च भी संबंधित राज्‍यों को ही वहन करना था, लेकिन अब केंद्र ने खुद इस योजना की अवधि अगले चार माह के लिए और बढ़ाने की घोषणा की है।
कई राज्‍यों ने की थी मांग

दिल्‍ली, ओडिशा सहित कई केंद्र शासित प्रदेशों और राज्‍यों की तरफ से इस संबंध में केंद्र सरकार से मांग की गई थी। दिल्‍ली के मुख्‍यमंत्री अरविंद केजरीवाल के साथ-साथ ओडिशा के मुख्‍यमंत्री नवीन पटनायक ने भी केंद्र सरकार से योजना को विस्‍तार देने का अनुरोध किया था। दिल्‍ली सरकार ने बाद में इस योजना को मई 2022 तक बढ़ाने की घोषणा की थी।

वहीं, उत्‍तर प्रदेश में मुख्‍यमंत्री योगी आदित्‍यनाथ की अगुवाई वाली सरकार ने पहले ही इस योजना की अवधि को मार्च 2022 तक के लिए बढ़ाने की घोषणा की है। यूपी सरकार के इस फैसले को राज्‍य में अगले साल होने वाले विधानसभा चुनाव को देखते हुए बेहद अहम बताया गया। अब केंद्र सरकार द्वारा इस योजना को विस्‍तार देने को भी कई राज्‍यों में होने वाले आगामी विधानसभा चुनाव को देखते हुए रणनीतिक फैसला बताया जा रहा है।

कोविड काल में शुरू हुई थी योजना

प्रधानमंत्री गरीब कल्‍याण योजना की शुरुआत साल 2020 में हुई थी, जब देश कोविड-19 महामारी के भीषण चपेट में था और लॉकडाउन के कारण लाखों परिवारों को काम-धंधे से हाथ धोना पड़ा था। इसके तहत गरीब परिवारों को 5 किलो राशन नि:शुल्‍क प्रदान किया जाता रहा है। इसके लाभार्थियों की संख्‍या लगभग 80 करोड़ बताई जाती है। अर्थव्यवस्था के धीरे-धीरे पटरी पर लौटने के संकेत के बीच इस मुफ्त राशन योजना को 30 नवंबर तक ही जारी रखने की बातें सामने आ रही थीं, लेकिन अब सरकार ने इसे मार्च तक बढ़ाने का फैसला लिया है।

Tuesday 23 November 2021

स्कूल बस छूटने से दुखी छात्र ने घर आकर फांसी लगाकर की आत्महत्या।करुणा शर्मा प्रदेश कोऑर्डिनेटर मध्य प्रदेश

स्कूल बस छूटने से दुखी छात्र ने घर आकर फांसी लगाकर की आत्महत्या।
करुणा शर्मा प्रदेश कोऑर्डिनेटर मध्य प्रदेश
बैतूल के एक गांव में स्कूल बस छूटने से दुखी कक्षा नौंवीं के छात्र ने कथित तौर पर फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली. बस छूटने के बाद वह रोते हुए घर आया था.
वह रोजाना स्कूल जाता था और पढ़ने में बहुत अच्छा था.
मध्य प्रदेश के बैतूल जिले के एक गांव में अपनी स्कूल बस छूटने से दुखी कक्षा नौवीं के छात्र ने कथित रूप से फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली. पुलिस ने यह जानकारी दी. यह घटना बैतूल जिला मुख्यालय से करीब 40 किलोमीटर दूर पुलिस चौकी घोड़ाडोंगरी के पास ग्राम आमडोह में सोमवार को घटी.


रोते हुए घर आया
घोड़ाडोंगरी पुलिस चौकी प्रभारी रवि शाक्य ने मंगलवार को बताया, ''14 साल का राहुल सरदार कक्षा 9वीं का छात्र था. सोमवार को वह स्कूल जाने के लिए घर से निकलकर सड़क पर पहुंचा, लेकिन उसकी बस छूट गई. वह रोते हुए घर आया और उसने घर के पीछे आम के पेड़ पर फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली.''


कभी अनुपस्थित नहीं रहा
उन्होंने कहा कि राहुल के चाचा कनिक सरदार के अनुसार राहुल रोजाना स्कूल जाता था, वह कभी स्कूल में अनुपस्थित नहीं रहता था. बस छूटने के कारण स्कूल न जा पाने से वह बहुत दुखी था और इसी कारण उसने आम के पेड़ पर फांसी लगा ली.


पढ़ने में बहुत अच्छा था
कनिक सरदार ने कहा, ''राहुल पढ़ाई में इतना होशियार था कि उसे हर विषय में पूरे अंक मिलते थे. पढ़ाई के प्रति उसकी लगन अत्यधिक थी. वह प्रतिदिन स्कूल जाता था लेकिन सोमवार को स्कूल बस छूट जाने के कारण वह अवसाद में आ गया और उसने घर के पीछे आम के पेड़ पर फांसी का फंदा बनाया और उस पर झूल गया जिससे उसकी मौत हो गई.

अध्यक्ष अब्बास नकवी,महामंत्री आकाश सैनी और कोषाध्यक्ष देवरंजन मिश्रा हुए निर्वाचितचुनाव अधिकारी ने दिए प्रमाण पत्रप्रेस क्लब की हुई बैठक

अध्यक्ष अब्बास नकवी,महामंत्री आकाश सैनी और कोषाध्यक्ष देवरंजन मिश्रा हुए निर्वाचित चुनाव अधिकारी ने दिए प्रमाण पत्र प्रेस क्लब की हुई बैठक ...