*वर्दी वाले के काले कारनामे: जल्द होगी इंस्पेक्टर की गिरफ्तारी, वापस लिया जाएगा वीरता पदक, जांच में खुलेंगे गहरे राज*
*प्रीती तिवारी मिनर्वा न्यूज़*
ट्रक चोरी के फर्जी मुकदमे की विवेचना में रिश्वत लेने के आरोप में निलंबित इंस्पेक्टर बिजेंद्र राणा को जल्द गिरफ्तार किया जाएगा। पुलिस उसकी गिरफ्तारी के लिए साक्ष्य जुटा रही है। हालाकि बिजेंद्र हाईकोर्ट से गिरफ्तारी पर स्टे लेने की फिराक में लगा है। एसएसपी ने बताया कि अगले 24 घटे में बिजेंद्र ने पुलिस लाइन में आमद नहीं कराई तो उसे फरार घोषित कर दिया जाएगा। इसके बाद उस पर इनाम घोषित करने की प्रक्रिया भी शुरू की जाएगी। साथ ही इंस्पेक्टर के खिलाफ आ रही पुरानी शिकायतों पर भी एएसपी के नेतृत्व में जांच टीम का गठन कर दिया है।
सदर बाजार थाने के निलंबित इंस्पेक्टर बिजेंद्र राणा और हेड कास्टेबल/ थाने के कारखास मनमोहन के खिलाफ खतौली के विकार आमिर उर्फ वकार ने भ्रष्टाचार, अवैध हिरासत में रखकर मारपीट करने और जान से मारने की धमकी देने का मुकदमा दर्ज कराया है। वकार को हिरासत में पीटने वाले तीन पुलिसकर्मियों को अज्ञात दर्शाया है। जल्द ही इनको भी आरोपित बनाया जाएगा। मुकदमे की विवेचना कर रहे सीओ संजीव दीक्षित निलंबित इंस्पेक्टर के खिलाफ साक्ष्य जुटा रहे हैं।
*एनकाउंटर पर मिला था पुलिस वीरता पदक*
इंस्पेक्टर विजेंद्रपाल सिंह राणा पूर्व में गंगानगर और मेरठ के कंकरखेड़ा थाने में इंस्पेक्टर रह चुके हैं। कुख्यात शक्ति नायडू को एनकाउंटर में मार गिराने के मामले में 15 अगस्त को उन्हें पुलिस वीरता पदक से सम्मानित किया गया था। भ्रष्टचार का मुकदमा दर्ज होने के बाद उनका राष्ट्रपति पदक वापस हो सकता है। उसके लिए शासन को रिपोर्ट भेजी जाएगी। दिलचस्प बात यह है कि इंस्पेक्टर ने सदर थाने के भ्रष्टाचार से मुक्त होने के पोस्टर खुद ही चिपकाए थे। उन्होंने सोशल मीडिया पर पोस्ट भी वायरल की थी कि हमारा थाना अब भ्रष्टाचार से मुक्त है।
*आरोप पत्र के लिए पुलिस के पास पर्याप्त साक्ष्य*
एसएसपी प्रभाकर चौधरी ने बताया कि दोनों के खिलाफ कोर्ट में आरोप पत्र दाखिल करने के लिए पर्याप्त साक्ष्य हैं। बिजेंद्र के खिलाफ हेड कास्टेबल और हिरासत में लिए गए लोगों ने शपथ पत्र भी दिया है। वीडियो रिकार्डिग भी है। बिजेंद्र को दी गई रकम के सुबूत भी हैं। ऐसे में उसका पुलिस की कार्रवाई से बचना नामुमकिन है।
*रजिस्ट्री कार्यालय से मागा रिकार्ड*
बिजेंद्र की संपत्ति का रिकार्ड भी रजिस्ट्री कार्यालय से मागा गया है। मुरादाबाद और देहरादून से भी रिकार्ड मंगाया जा रहा है। उसके मेरठ, बिजनौर व मुरादाबाद में तैनाती के समय का रिकार्ड भी जुटाया है। एसएसपी का कहना है कि मुकदमे में आरोप पत्र लगने के बाद बिजेंद्र को पेंशन भी नहीं मिलेगी। उसका राष्ट्रपति पुलिस पदक भी वापस हो सकता है।
*सदर के साथ दूसरे थाने भी निशाने पर*
सदर थाने के बाद अब दूसरे थाने भी एसएसपी के निशाने पर हैं। एसएसपी प्रभाकर चौधरी ने साफ कहा कि अगर किसी भी थाने में भ्रष्टाचार की शिकायत आई तो कार्रवाई करूंगा। इसको लेकर पुराने मुकदमे की निगरानी सर्किल के सीओ करेंगे। कई मामले में दरोगाओं ने रुपये लेकर मुकदमे में धाराओं में बड़ा खेल किया है। जिसकी शिकायत एसएसपी के पास पहुंची है।
*दिनभर सन्नाटा, दहशत में पुलिस वाले*
सदर बाजार थाने का प्रभारी अभी नियुक्त नहीं हुआ है। सदर थाने में दिनभर सन्नाटा पसरा रहा और पुलिस वाले दहशत में दिखाई दिए। इस भ्रष्टाचार के मामले में न जाने किस किस पर गाज गिरेगी, इसको लेकर थाने में अलग-अलग चर्चाएं चल रही हैं। वहां पर पुलिस काम करने को भी तैयार नहीं है।
इंस्पेक्टर का सीए दाखिल करने का समय पूरा हो चुका है। 24 घटे में उन्होंने पुलिस लाइन में आमद नहीं कराई तो उनके घर पर नोटिस भेज दिया जाएगा। साथ ही गिरफ्तारी को भी पुलिस टीम लगा दी जाएगी।