*100 साल पुराने मंदिर पर चला बुलडोजर, पुजारी के रोने का VIDEO हुआ वायरल*
*एस.के. खान मिनर्वा न्यूज*
गुजरात के सूरत में वर्षों पुराने बने रामदेव पीर मंदिर को बुलडोजर चला कर ढहा दिया गया। मंदिर को बीजेपी शासित सूरत महानगर पालिका ने ढहाया है। मंदिर को ढहाए जाने के बाद मंदिर के पुजारी के रोने का एक VIDEO सोशल मीडिया पर बड़े पैमाने पर वायरल हो रहा है। मंदिर वाल्मीकि समाज का है। मंदिर के ढहाए जाने को लेकर दलितों में काफी गुस्सा है।
जानकारी के अनुसार, बीते बुधवार को सूरत के कपोदरा इलाके में स्थित बाल्मीकि समाज के आराध्य रामदेव पीर के मंदिर को भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) शासित सूरत महानगर पालिका के अधिकारियों ने ध्वस्त कर दिया। इस दौरान मंदिर तोड़े जाने का स्थानीय लोगों ने विरोध भी किया। लेकिन नगर निगम के अधिकारियों ने इसे नजरअंदाज कर दिया।
इस दौरान मंदिर के पुजारी मधुभाई मावजी भाई गरनियां मनपा अधिकारियों के सामने रोते-बिलखते नजर आए। बताया जा रहा है कि मंदिर यह विकास मेट्रो रेल परियोजना के लिए अतिक्रमण विरोधी अभियान का हिस्सा था।
इस मामले में आम आदमी पार्टी की गुजरात इकाई ने बीजेपी पर निशाना साधा है। आप नेता इसुधन गढ़वी ने एक वीडियो संदेश जारी कर कहा कि जिस तरह से भाजपा सरकार ने मंदिर को गिराया वह हिंदुओं का अपमान है।
गढ़वी ने कहा कि “करीब 100 साल पुराने मंदिर को भारतीय जनता पार्टी की सरकार ने तोड़ा है। मंदिर तोड़े जाने पर पुजारी भी रो पड़े… आप की मांग है कि मुख्यमंत्री और भाजपा को लोगों से माफी मांगनी चाहिए और एक और रामदेव पीर मंदिर के लिए वैकल्पिक व्यवस्था करनी चाहिए। अगर मांगें पूरी नहीं की जाती हैं, तो आप हमारी भक्ति के प्रतीक के लिए लड़ने का वादा करते हैं।”
वहीं समाजवादी पार्टी के नेता आईपी सिंह ने अपने ट्विटर अकाउंट से पुजारी के रोने का वीडियो शेयर किया है। वीडियो शेयर करते हुए उन्होंने ट्वीट किया कि पुजारी-योगी रोता रहा, बिलखता रहा पर सूरत में भाजपा की पुलिस ने मंदिर तोड़ कर गिरा दिया। ऐसा यदि किसी अन्य राज्य में होता तो भाजपाई गिद्ध की तरह आकर उसे साम्प्रदायिक रंग दे देते। पर गुजरात है तो चलता है, दो रूपल्ली वाले भी चुपचाप देखेंगे।
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