Sunday 14 November 2021

नंग अवस्था में गन्ने के खेत में मिला शव, मुंह में ठूंसा था कपड़ा; कई जगह चोट के निशानप्रीति तिवारी पीलीभीत जिला ब्यूरो / प्रदेश कोडिनेटर यू०पी० / एंकर MINERVA NEWS LIVE

नंग अवस्था में गन्ने के खेत में मिला शव, मुंह में ठूंसा था कपड़ा; कई जगह चोट के निशान

प्रीति तिवारी पीलीभीत जिला ब्यूरो / प्रदेश कोडिनेटर यू०पी० / एंकर MINERVA NEWS LIVE

पीलीभीत के बरखेड़ा गांव में सामूहिक दुष्कर्म की भयावह घटना सामने आई है। 16 वर्षीय छात्रा के साथ दरिंदगी कर आरोपियों द्वारा उसे जान से मार दिया गया। करीब 14 घंटे बाद उसका शव मिला जिसके मुंह में कपड़ा ठूंसा हुआ था और शरीर पर कई जगह चोट के निशान थे।

उत्तर प्रदेश के पीलीभीत जिले में सामूहिक दुष्कर्म की एक दर्दनाक घटना सामने आई है। आरोपियों की दरिंदगी की गवाही देने वाले घटनास्थल को देख पुलिस भी हैरान रह गई है। करीब 14 घंटों से लापता छात्रा का शव मिलने के बाद पूरे इलाके में सनसनी फैली हुई है। उसके मुंह में ठूंसा हुआ कपड़ा और शरीर पर पड़े निशानों को देख पुलिस भी हैवानियत का अंदाजा लगाकर आश्चर्य कर रही है।
मामला बरखेड़ा थानाक्षेत्र के एक गांव की है, जहां कक्षा 12वीं की 16 वर्षीय छात्रा शनिवार सुबह पौने सात बजे घर से कोचिंग पढ़ने के लिए निकली थी, लेकिन वह कोचिंग नहीं पहुंची और न ही कोचिंग के बाद स्कूल पहुंची। जब शाम साढ़े पांच बजे तक वह घर नहीं लौटी तो परिजनों को चिंता हुई।
परिवार वालों ने पहले सहेलियों और शिक्षकों से पूछा, लेकिन जब कहीं कुछ पता नहीं चल सका तो रात 9 बजे पुलिस को सूचना दी। परिजनों ने गांव के ही युवक के सचिन के खिलाफ बहला फुसला कर भगा ले जाने की रिपोर्ट दर्ज कराई।

नग्न अवस्था में पड़ा था शव
इसके बाद गांव में फिर से तलाश की गई। रात करीब 11 बजे गांव के बाहर नहर के किनारे गन्ने के खेत में नग्न अवस्था में छात्रा का शव मिला। उसके मुंह में कपड़ा ठूंसा हुआ था। प्राइवेट पार्ट से खून निकल रहा था। उसके शरीर पर और मुंह में भी चोटें थीं।

स्कूल बैग, साइकिल और छात्रा के जूते पास में ही पड़े थे। बीयर की चार खाली बोतलें, नमकीन के खाली पैकेट और अधजली सिगरेट पड़ीं थीं। पिता की ओर से अज्ञात के विरूद्ध दर्ज कराई गई रिपोर्ट में सामूहिक दुष्कर्म के बाद हत्या की बात कही गई है। पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर रात में ही पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया। नामजद सचिन समेत कई युवकों को पकड़कर पूछताछ की जा रही ।

Saturday 13 November 2021

*ना नाम, ना पहचान, फिर भी धड़ले से हो रही भारत में भ्रूणहत्या* प्रिया ठाकुर गंगा लेहरी MINERVA NEWS LIVE

*ना नाम, ना पहचान, फिर भी धड़ले से हो रही भारत में भ्रूणहत्या* 

प्रिया ठाकुर गंगा लेहरी MINERVA NEWS LIVE
 *गागालेहरी :- धर्मवीर कॉलोनी, गागालेहरी मे चल रहा भ्रूणहत्या का बेनाम क्लिनिक जहाँ अपने आप को डॉ कहने वाली शन्नो राव अपने घर मे धडले से भ्रूणहत्या कर रही है। नाबालिक लड़की हो या चाहे महिला बेखौफ कर रही है शन्नो राव सबका अबॉर्शन। खुल्लम खुल्ला कहती है की मेरा काम अबॉर्शन करना है। आखिर किसके संरक्षण मे ये महिला शन्नो राव धड़ले से अपने घर (क्लिनिक) पर कर रही अपराधजनक कार्या (भ्रूणहत्या)। यह महिला शन्नो राव बिना घबराये, बिना संकोच भ्रूणहत्या करती है। आखिर कब तक ये अपराधजनक कार्या ऐसे ही चलता रहेगा। और सिर्फ इतना ही नहीं इसको यदि कोई समझाने की कोशिश करता है की यह गलत काम है तो वह कहती है की हम तुम्हारे घर की इज्जत बचा रहे है, यह कहकर यह महिला लोगो को अपराध करने के लिए उत्सुक करती है। आखिर पुलिस प्रशासन और स्वास्थ्य विभाग क्यों इस पर कोई ध्यान नहीं दे रहा है। कब तक ये लोग भ्रूणहत्या करते रहेंगे। और हमारा स्वास्थ्य विभाग व पुलिस प्रशासन हाथ पर हाथ रखे बैठा रहेगा। ना कोई डिग्री, ना कोई नाम, ना बोर्ड, फिर भी घर को क्लिनिक बना दवाइयां और मशीन रख कर करती है अबॉर्शन ये महिला शन्नो राव। आला अधिकारीयों सें व स्वास्थ्य विभाग से हमारा अनुरोध है की तुरंत इस पर कार्यवाही की जाये। क्लिनिक को सीज़ कर, महिला शन्नो राव को हिरासत मे लिया जाये।

 *Report by :- priya thakur*

चंद्र ग्रहण के दौरान क्यों है खाना वर्जित, जानें वैज्ञानिक व धार्मिक कारण क्या है।MINERVA NEWS LIVE

चंद्र ग्रहण के दौरान क्यों है खाना वर्जित, जानें वैज्ञानिक व धार्मिक कारण क्या है।

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जब भी कोई lunar eclipse ग्रहण लगता है तो अक्सर लोगों से कहते सुना होगा। इस दौरान कुछ भी नहीं खाना चाहिए। फिर चाहे वह चंद्र ग्रहण हो या सूर्य ग्रहण। इस वर्ष का आखिरी चंद्र ग्रहण 19 नवंबर को पड़ रहा है। तो आइए हम भी आपको बताते हैं कि आखिर ऐसा क्यों कहा जाता है। क्या है इसके पीछे का धार्मिक व वैज्ञानिक कारण।

क्या कहता है शास्त्र

धर्म शास्त्र की मानें तो इसके पीछे एक
खास कारण है। चंद्र ग्रहण को परिवर्तन का अग्रदूत तो माना ही जाता है। साथ ही साथ इसे एक अपशकुन के समय के रूप में भी देखा जाता है। शायद यही वजह है कि इस दौरान कुछ सावधानिया रखने की सलाह दी जाती है। ग्रहण के समय चंद्रमा की जो किरणें निकलती हैं उन्हें विषाक्त माना जाता है। इसलिए ऐसा माना जाता है कि जब इस दौरान ऐसी मान्यता है कि इस दौरान कुछ भी खाने पर नकारात्मक प्रभाव पड़ सकता हैं। यही कारण है कि इस दौरान गर्भवती महिलाओं को भी संभलकर रहने और ग्रहण में बाहर निकलने के लिए मना किया जाता है। को इस दौरान खास तौर पर कहा जाता है कि वो किसी भी नुकसान पहुंचाने वाली चीज से दूर रहे।
ऐसा माना जाता है मान्यताओं के अनुसार चंद्रमा के चक्र हमारे शरीर पर वैज्ञानिक और मनोवैज्ञानिक प्रभाव डालते हैं ये हमारे ऊर्जा चक्रों पर भी असर डालता हैं। ग्रहण के दौरान खास तौर पर कच्चे फल या सलाद खाने से परहेज करना चाहिए। कहते हैं चंद्रमा की किरणें इसके गुणों को नष्ट कर सकती हैं। ऐसी किसी भी चीज को खाने से मना किया जाता हैं। यह पाचन में परेशानी डाल सकता है। इसके साथ ही उदर विाकर होने की संभावना बनी रहती है।

चंद्र ग्रहण के दौरान शक्ति में बदलाव होता हैं। ये आपकी सेहत पर असर डालता हैं। एल्ट्रा वायलेट किरणों की वजह से पका हुआ भोजन भी पर्यावरण में बदलाव की वजह से खराब हो जाता है। पके हुए भोजन में इन किरणों के पड़ने के कारण दूषित हो जाता हैं। शास्त्र की मानें तो चंद्र ग्रहण सूक्ष्मजीवों की मृत्यु का कारण बनता है। यही वजह है कि इस दौरान खाने या स्नान करने से मना किया जाता हैं।

तुलसी से भोजन होगा सुरक्षित —
हमारे धर्म शास्त्रों में किसी भी ग्रहण के दौरान सभी खाद्य पदार्थों में तुलसी पत्र डालने की परंपरा है। इससे वह पदार्थ शुद्ध हो जाता है। माना जाता है कि ये विकिरण को दूर करता है। साथ ही भोजन को जहर में बदलने से बचाता है। ग्रहण के दौरान तुलसी मिले हुए दूध का सेवन करना अच्छा माना गया हैं।

यूपी के साथ-साथ उत्तराखंड, गोवा और मणिपुर में फिर से बहुमत के साथ बीजेपी सरकार के आसार (C-Voter Survey) के अनुसारदेखिये कहाँ मिल रही हैं कितनी सीटेMINERVA NEWS LIVE

यूपी के साथ-साथ उत्तराखंड, गोवा और मणिपुर में फिर से बहुमत के साथ बीजेपी सरकार के आसार (C-Voter Survey) के अनुसार

देखिये कहाँ मिल रही हैं कितनी सीटे


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अगले साल पांच राज्यों में विधानसभा चुनाव होने हैं. इसमें से चार राज्यों में फिर से बीजेपी की सत्ता में वापसी हो सकती है. ऐसा एक सर्वे (C-Voter Survey) में सामने आया है.


अगले साल पांच राज्यों में होने वाले विधानसभा चुनावों से पहले एक सर्वे आया है. ABP C-Voter के इस सर्वे में यूपी, पंजाब, उत्तराखंड, गोवा और मणिपुर में किसकी सरकार बनने के आसार हैं यह बताया गया है. सर्वे के मुताबिक, अगर आज चुनाव हो जाएं तो यूपी में बीजेपी वापसी करेगी, वहीं पंजाब में कांग्रेस सबसे बड़ी पार्टी तो होगी लेकिन बहुमत से दूर रहेगी. वहीं उत्तराखंड, गोवा, मणिपुर में बीजेपी वापसी कर सकती है या फिर सबसे बड़ी पार्टी रहेगी.


उत्तर प्रदेश की बात करें तो राज्य में कुल 403 सीटें हैं. सर्वे के मुताबिक, यहां फिर बीजेपी की सरकार बन सकती है. वहीं समाजवादी पार्टी और उसके गठबंधन वाले दल दूसरे नंबर पर आ सकते हैं. बता दें कि यूपी में सपा ने ओम प्रकाश राजभर के साथ गठबंधन किया है.


सर्वे के मुताबिक, अगर आज चुनाव हो जाएं तो बीजेपी को सीटों का नुकसान जरूर होगा लेकिन वह सत्ता में वापसी कर लेगी. 2017 में जो चुनाव हुआ था उसमें बीजेपी को 325 सीटें मिली थीं. यूपी के सर्वे में एक अन्य बात भी सामने आई है, वह यह कि अवैसी की AIMIM और केजरीवाल की आम आदमी पार्टी फिलहाल कहीं नजर नहीं आ रही.


क्या कहता है पंजाब का सर्वे


पंजाब के सर्वे के मुताबिक, कांग्रेस पार्टी यहां वापसी कर सकती है. वहीं आम आदमी पार्टी भी उसे कड़ी टक्कर देगी. दूसरी तरफ किसान आंदोलन का असर भी देखा जा सकता है, जिसमें बीजेपी को नुकसान होगा.


इसके अलावा उत्तराखंड, गोवा और मणिपुर में बीजेपी वापसी कर सकती है. सर्वे के मुताबिक, उत्तराखंड में कुल 70 में से कांग्रेस को 30-34, बीजेपी को 36-40, आप पार्टी को 0-2 और अन्य को 0-1 सीट मिल सकती हैं.

Friday 12 November 2021

*ट्रैक्टर ट्राली में घुसी बाइक एक युवक की मौत**गुफरान खान संवाददाता तहसील मितौली*

*ट्रैक्टर ट्राली में घुसी बाइक एक युवक की मौत*

*गुफरान खान संवाददाता तहसील मितौली* 

मैगलगंज खीरी। मैगलगंज औरंगाबाद मार्ग पर गन्ने से भरी ट्राली में पीछे से बाइक जा घुसी।जिसमे तीन लोग गंभीर रूप से घायल हो गए। उपचार के लिए ले जाते समय बाइक चालक युवक की मौत हो गई। वही महिला समेत एक अन्य युवक को सीएससी में भर्ती किया गया। इन्हें गंभीर हालत में देखते हुए रात में ही जिला अस्पताल रेफर कर दिया गया।जानकारी के अनुसार मैगलगंज कस्बे के नई बस्ती खखरा निवासी मुमताज पुत्र महफूज अपने छोटे भाई अरशद व मां आसमा उर्फ कल्लो के साथ बाइक से गुरुवार शाम औरंगाबाद की ओर से अपने घर वापस आ रहे थे। मैगलगंज कस्बे से पहले डिग्री कॉलेज के पास उनकी बाइक अचानक आगे चल रही गन्ने से भरी ट्राली में पीछे से जा घुसी।हादसे में बाइक चला रहे मुमताज समेत तीनों लोग गंभीर रूप से घायल हो गए व बाइक क्षतिग्रस्त हो गई।डायल 112 पुलिस ने तीनों घायलों को पीआरवी में बैठा कर उपचार के लिए मितौली सीएचसी ले गए। रास्ते में मुमताज की मौत हो गई जबकि अन्य दो लोगों को गंभीर हालत में मितौली सीएससी से जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया है।मृतक मुमताज की अभी मई 2021 में ही शादी हुई थी।मुमताज की मौत पर परिवार वालों का रो रोकर बुरा हाल है।हादसे के बाद ट्रैक्टर चालक ट्रैक्टर समेत मौके से फरार हो गया।

Thursday 11 November 2021

*गांधी जी पर कविता* गांधी जी अपनी जिद में पूरे भारत को ले डूबे।तब जाकर के सफल हुए जालिम जिन्ना के मंसूबे।©®

*गांधी जी पर कविता*
  गांधी जी अपनी जिद में पूरे भारत को ले डूबे।
तब जाकर के सफल हुए जालिम जिन्ना के मंसूबे।
©®
जिस धरती ने विश्व गुरु बन वसुधा का उद्धार किया।
कालांतर में कुछ यवनों ने उस पर फिर अधिकार किया।
ब्रह्मसूत्र फेंके जाते थे लाल-लाल अंगारों पर।
जिसने तिलक लगाया उसकी गर्दन थी तलवारों पर।
 यवनों से मुक्ति पाई तो अंग्रेजों पर अटक गए।
जैसे आसमान से टपके और खजूर पर लटक गए।
कारतूस में अंग्रेजो के द्वारा चरबी भरने पर।
 भारत का सोया पुरुष जागा गौ माता के मरने पर।
 महा समर का बिगुल बजा मंगल पांडे की फांसी से।
 रणचंडी बनकर निकली लक्ष्मीबाई भी झांसी से।
 मातृभूमि पर पुनः गुलामी का जब संकट गहराया।
 तब भारत मां का बेटा अफ्रीका से वापस आया।
 सत्य अहिंसा का व्रत धारी तीव्र वेग की आंधी था।
 आजादी का सपना पाले वह व्यक्ति महात्मा गांधी था। गांधीजी तो गोरों से आजादी का दम भरते थे।
 इसीलिए शेखर सुभाष सभी उनका आदर करते थे।
माना गांधी ने कष्ट सहे है अपनी पूरी निष्ठा से।
और भारत प्रख्यात हुआ था उनकी अमर प्रतिष्ठा से।
(जब 2 गुण मिलते हैं तो क्या होता है)
सत्य अहिंसा कभी-कभी अपनों पर ही ठन जाता है।
 घी और शहद अमृत है पर मिलकर के विष बन जाता है।
 गांधी को विश्वास नहीं था कभी क्रांत की पीढ़ी पर।
 धीरे-धीरे बापू चल गए अंधकार की सीढ़ी पर।
 तुष्टिकरण के खूनी खंजर घोप रहे थे गांधी जी।
 अपने सारे निर्णय हम पर थोप रहे थे गांधीजी।
 महा क्रांति का हर नायक उनके लिए खिलौना था।
 उनके हट के आगे जंबू दीप हमारा बोना था।
निरपेक्ष धर्म के प्याले में विष पीना हमको सिखा दिया।
 दो चांटे खाकर बेशर्मी से जीना हमको सिखा दिया।
 इसीलिए भारत अखंड भारत अखंड का दौर गया।
 भारत से पंजाब सिंधु रावलपिंडी लाहौर गया।
 तब जाकर के सफल हुए जालिम जिन्ना के मंसूबे।
 गांधी जी अपनी जिद में पूरे भारत को ले डूबे।
 भारत के इतिहासकार थे चाटुकार दरबारों में।
 अपना सब कुछ दे चुके थे नेहरू के परिवारों में।
 जब भारत को दोबारा टुकड़े टुकड़े करने की तैयारी थी। तब नाथू ने गांधी के सीने में गोली मारी थी।
 यह स्वराज परिणाम नहीं है गांधी के आंदोलन का।
यज्ञों का हवन बनाया शेखर ने पिस्टल गन का।
लाल लहू से अमर फसल तब जाकर लहराई है।
 सात लाख के प्राण गए तब यह आजादी आई है।
 (गांधी को प्रतीक)
 हिंदू अरमानों की जलती एक चिता के गांधीजी।
 कौरवों का साथ निभाने वाले भीष्म पिता थे गांधी जी।
 आप चाहते तो अहिवरन को झुकाव सकते थे।
 भगत सिंह की फांसी पल भर में रुकवा सकते थे।
इस माटी के तीन लाडले लटक गए जब फन्दों से।
भारत माता हार गई अपने घर के जयचन्दों से।
मंदिर में पढ़कर कुरान विश्व विजेता बने रहे।
 ऐसा करके मुस्लिम जनमानस के नेता बने रहे।
 अरे एक नवल गौरव करने की हिम्मत तो करते बापू।
 मस्जिद में गीता पढ़ने की हिम्मत तो करते बाबू।
 गांधी जी का प्रेम अमर था केवल चांद तारों से।
 उसका फल हम सब ने पाया भारत के बंटवारे से।
 गांधी ने नेहरू को दे दी चाबी शासन सत्ता की।
 लेकिन पीड़ा देख ना पाए श्रीनगर कोलकाता की।
रेलों में हिंदू काटकाट भेज रहे थे पाकिस्तानी।
 टोपी के लिए दुखी थे पर चोटी की एक नहीं मानी।
सत्य अहिंसा का नाटक बस केवल हिंदू पर था।
 उस दिन नाथू के महा क्रोध का पानी सर के ऊपर था।
 गया प्रार्थना सभा में गांधी को करने अंतिम प्रणाम।
 ऐसी गोली मारी उनको याद आ गए जय श्री राम।
जिनकी भूलों के कारण भारत के हिंदू छले गए।
 बे बापू हे राम बोलकर देवलोक को चले गए।
नाथू ने अपनी मातृभूमि को सब कुछ अर्पण कर डाला।
 गांधी का वध करके अपना आत्मसमर्पण कर डाला।
 आजादी के बंद रहस्य का उद्यापन करना है।
नाथू के इस अमर कृत का अब सत्यापन करना है।
मुक हिंसा के कारण भारत का आंचल फट जाता।
 गांधीजी जीवित होते तो देश ददोबारा बट जाता।
 (कुछ विचार अपने) 
अरे अहिंसा के कारण सेना को विश चाखवा दें क्या।
क्या सीमा से शस्त्र हटाकर चरखे रखवा दें क्या।
थक गए हैं हम प्रखर सत्य की अर्थी को ढोते- ढोते।
 बड़ा अच्छा होता जो नेताजी राष्ट्रपिता होते।
 धर्म परायणता का सिन्धु चरम पर आएगा।
जन गण मन से अधिक प्रेम जब वंदे-मातरम पर आएगा।
 उसी दिवस यह दुनिया हमको संप्रदाय बतलाती है।
 राष्ट्रभक्त की पराकाष्ठा देशद्रोह हो जाती है।
 नाथू को फांसी लटका कर गांधीजी को न्याय मिला।
और मेरी भारत मां को बंटवारे का अध्याय मिला।
 लेकिन जब जब कोई भीष्म गौरव का साथ निभाएगा।
तब तब कोई अर्जुन रण ने उस पर तीर चलाएगा।
 जिन्ना ने रेलों में भेजा था अंश हमारी बोटी का।
नाथू ने सम्मान बचाया सबकी चंदन चोटी का।
अगर गोडसे की गोली उतरी ना होती सीने में।
 हर हिंदू फिर पढ़ता नमाज मक्का और मदीने में।
 भारत की बिखरी भूमि अब तलक समाहित नहीं हुई।
 नाथू की रखी अस्थियां अब तक प्रभावित नहीं हुई।
 उनकी स्थिति प्रतीक्षा करती सिंधु के पावन जल की।
उसके लिए जरूरत हमको श्रीराम के संभल की।
 इससे पहले अस्त कलश को सिंधु की लहरें सींचे।
 पूरा पाके समाहित कर दो भगवा झंडे के नीचे।
 *अच्छी लगे तो जरूर शेयर करे*

Wednesday 10 November 2021

सूर्य कर रहे राशि परिवर्तन, चमकेगी इन 4 राशियों की किस्मत और इस राशि के लोग रहें सावधान।आइये जानते है

सूर्य कर रहे राशि परिवर्तन, चमकेगी इन 4 राशियों की किस्मत और इस राशि के लोग रहें सावधान।

आइये जानते है



सूर्य का गोचर सभी 12 राशियों को पूर्ण रूप से प्रभावित करेगा, लेकिन कुछ राशि के जातकों के लिए ये ज्यादा शुभ रहेगा, तो कुछ राशि के जातकों को को सावधान व सतर्क रहने की सलाह दी गई है. ज्योतिष में सूर्य को आत्मा, पिता, राजनीति आदि का कारक माना जाता है. कुंडली में सूर्य के मजबूत होने से उच्च पद और मान-सम्मान की प्राप्ति होती है.

ग्रहों के राजा सूर्य के राशि परिवर्तन करने जा रहे हैं. सूर्य पृथ्वी पर ऊर्जा के सबसे बड़े प्राकृतिक स्रोत हैं, तो वहीं सूर्य को नवग्रहों में सबसे बड़ा माना जाता है. ज्योतिष में सूर्य को आत्मा, पिता, राजनीति आदि का कारक माना जाता है. कुंडली में सूर्य के मजबूत होने से उच्च पद और मान-सम्मान की प्राप्ति होती है. ज्योतिषविदों के मुताबिक, मेष राशि में सूर्य उच्च का और तुला राशि में नीच का माना जाता है. सूर्य का गोचर सभी 12 राशियों को पूर्ण रूप से प्रभावित करेगा, लेकिन कुछ राशि के जातकों के लिए ये ज्यादा शुभ रहेगा, तो कुछ राशि के जातकों को को सावधान व सतर्क रहने की सलाह दी गई है. 


सूर्य गोचर समय 

ग्रहों के राजा कहे जाने वाले सूर्य का गोचर 16 नवंबर को दोपहर 12 बजकर 49 मिनट पर वृश्चिक राशि में हो रहा है. सूर्य इस राशि में 30 दिनों तक रहेंगे. सूर्य का राशि परिर्वतन सभी 12 राशियों को पूर्ण रूप से प्रभावित करेगा. 

इन राशियों के लिए रहेगा शुभ 

सूर्य का वृश्चिक राशि में गोचर होने से मिथुन, कन्या, मकर और कुंभ राशि के लोगों के लिए अनुकूल परिणाम लेकर आएगा. इस राशि के जातकों को सरकारी क्षेत्र से लाभ के योग प्रशस्त होंगे. इसके साथ ही समाज में मान सम्मान बढ़ेगा और आर्थिक स्थिति में भी सुधार आएगा. यदि किसी नए काम की शुरुआत करना चाहते हैं तो भी उसके लिए यह गोचर अनुकूल है. 


ये राशि वाले रहें सावधान 

वहीं इस गोचर के दौरान मेष, वृषभ, तुला और धनु राशि के जातकों को ध्यान देना की आवश्यकता है. इन राशि के जातकों के स्वास्थ्य में गिरावट आ सकती है. बनते हुए कार्यों में विघ्न आ सकते हैं. खर्चों में अधिकता आ सकती है और अधिक प्रयास करने के बाद ही सफलता मिलने की संभावना बन सकती है, इसलिए इस समय में आपको ज्यादा प्रयास और ज्यादा मेहनत करने पर जोर देना होगा और स्वयं को चुस्त-दुरुस्त बनाए रखने के लिए पूरी तैयारी करनी होगी.

अध्यक्ष अब्बास नकवी,महामंत्री आकाश सैनी और कोषाध्यक्ष देवरंजन मिश्रा हुए निर्वाचितचुनाव अधिकारी ने दिए प्रमाण पत्रप्रेस क्लब की हुई बैठक

अध्यक्ष अब्बास नकवी,महामंत्री आकाश सैनी और कोषाध्यक्ष देवरंजन मिश्रा हुए निर्वाचित चुनाव अधिकारी ने दिए प्रमाण पत्र प्रेस क्लब की हुई बैठक ...