सावित्री जी and ज्योति गुप्ता सदस्य MINERVA NEWS LIVE.
यूपी के वाराणसी (Varanasi) स्थित काशी विश्वनाथ का मुख्य मंदिर अब पूरी तरिके से स्वर्णमयी हो गया है.गर्भगृह से लेकर शिखर तक बाबा के दरबार में 60 किलो सोना लगाया गया है.खास बात ये है कि ये सोना सरकार या मन्दिर प्रशासन ने नहीं बल्कि एक भक्त ने गुप्त दान में मंदिर को दिया है.साथ ही भक्त ने मंदिर प्रशासन से भी नाम को गुप्त रखने की अपील भी की है.बताते चलें कि 1835 में पंजाब के तत्कालीन महाराजा रणजीत सिंग ने विश्वनाथ मंदिर के शिखर को लगभग 22 मन सोने से स्वर्णमंडित कराया था और अब 187 साल बाद फिर बाबा दरबार मे सोना लगाया गया है.
10 सदस्यीय टीम ने किया काम
जानकारी के मुताबिक, मंदिर के गर्भगृह और शिखर पर सोना लगाने के लिए 10 सदस्यीय टीम लगातार कई महीनों से काम कर रही थी.दो चरणों में इस काम को पूरा किया गया है.पहले चरण में गर्भगृह के अंदर सोना लगाया गया है जबकि दूसरे चरण में शिखर और प्रवेश द्वार को स्वर्णमंडित किया गया है.
भक्त सेवाओं का हो रहा विस्तार
सुनील कुमार वर्मा ने बताया कि बाबा विश्वनाथ धाम के लोकार्पण होने के बाद से लगातार भक्त खुद यहां सेवाओं के विस्तार के लिए आगे आ रहे हैं.साथ ही मन्दिर प्रशासन को दिल खोल कर सहयोग भी कर रहे हैं.दानदाताओं के इसी सहयोग से हम लोग लगातार मन्दिर में भक्तों के लिए सुविधाओं का विस्तार कर रहे हैं ताकि भक्तों को बाबा दरबार में किसी तरह की कोई परेशानी न हो.
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