Saturday 2 July 2022

पंजाब के पूर्व मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह हो सकते हैं एनडीए के उपराष्ट्रपति पद के उम्मीदवार।

प्रीति तिवारी सह सम्पादक 
नई दिल्ली, 03 जुलाई। पंजाब के पूर्व मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह को एनडीए उपराष्ट्रपति का उम्मीदवार बनाने की तैयारी कर रही है। सूत्रों के अनुसार कैप्टन अमरिंदर सिंह के नाम पर चर्चा चल रही है।
भाजपा के नेता ने बताया कि उपराष्ट्रपति पद के लिए कई नामों पर चर्चा चल रही है, जिसमे कैप्टन अमरिंदर सिंह का नाम सबसे आगे है। उनके अलावा मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान, अल्पसंख्यक मंत्री मुख्तार अब्बास नकवी के नाम पर भी चर्चा चल रही है। भाजपा का केंद्रीय नेतृत्व और संसदीय बोर्ड ही अंतिम मुहर लगाएगा।बता दें कि कैप्टन अमरिंदर सिंह ऑपरेशन के लिए फिलहाल लंदन में हैं। हालांकि उनके एक करीबी का कहना है कि इस बाबत अभी कोई पुष्टि नहीं हुई है ना ही उन्हें इस तरह का ऐसा कोई प्रस्ताव मिला है कि उन्हें राष्ट्रपति पद का उम्मीदवार बनाया जा रहा है। इसके अलावा इस बात की भी चर्चा हो रही है कि उपराष्ट्रपति वेंकैया नायडू को भी दूसरा कार्यकाल दिया जा सकता है। लेकिन अभी तक इन बातों की आधिकारिक पुष्टि नहीं हो सकी है।

गौर करने वाली बात है कि कैप्टन अमरिंदर सिंह ने कांग्रेस छोड़ पंजाब लोक कांग्रेस का गठन किया था, उन्हें पंजाब के मुख्यमंत्री पद से हटा दिया गया था। जिसके बाद उन्होंने हाल ही में भाजपा के साथ मिलकर विधानसभा चुनाव लड़ा था। यह बात तय है कि एनडीए उम्मीदवार को ही उपराष्ट्रपति चुनाव में जीत मिलेगी क्योंकि लोकसभा में भाजपा के प्रचंड बहुमत है, जबकि राज्यसभा में पार्टी सबसे बड़ी पार्टी है और उसके पास 90 सांसद हैं। पिछले चुनाव की बात करें तो 2017 में विपक्ष ने गोपालकृष्ण गांधी को उम्मीदवार बनाया था, लेकिन वह चुनाव हार गए थे, उन्हें सिर्फ 244 वोट मिले थे, जबकि वेंकैया नायडू को 516 वोट मिले थे। उपराष्ट्रपति पद का चुनाव 6 अगस्त को होगा।

भारतीय महिला क्रिकेट की कप्तान मिताली राज के सन्यास लेते ही पीएम मोदी ने भेजा सम्मान पत्र।

ज्योति गुप्ता सदस्य MINERVA NEWS
भारतीय महिला क्रिकेट में सबसे बड़ा नाम और सबसे बड़ी पहचान बनाने वाली पूर्व कप्तान मिताली राज (Mithali Raj) ने खेल से संन्यास ले लिया.
कुछ दिन पहले ही मिताली ने ये ऐलान किया था और उनके इस ऐलान ने भारतीय फैंस को भावुक कर दिया था. हर किसी ने मिताली को उनके योगदान के लिए याद किया और धन्यवाद दिया. भारतीय फैंस के बाद मिताली को अब देश के शीर्ष नेता यानी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (PM Narendra Modi) की ओर से भी शुभकामनाएं दी गई हैं. मिताली ने शनिवार को पीएम मोदी की ओर से मिले पत्र को शेयर कर कहा कि वह प्रशंसा से अभिभूत हैं.

PM के प्रोत्साहन से अभिभूत
पूर्व कप्तान मिताली ने शनिवार 2 जुलाई को एक ट्वीट किया, जिसमें उन्होंने पीएम की ओर से मिले पत्र की तस्वीर भी पोस्ट की. मिताली ने अपने ट्वीट में लिखा, यह सम्मान और गर्व की बात है कि जब किसी को हमारे प्रधानमंत्री से इतना प्रोत्साहन मिलता है जो मेरे अलावा लाखों के लिये आदर्श और प्रेरणास्रोत हैं. क्रिकेट में मेरे योगदान के लिये उनके द्वारा कहे गये प्रोत्साहन भरे शब्दों से मैं अभिभूत हूं.
मिताली ने साथ ही लिखा, मैं इसे हमेशा इसे संजो कर रखूंगी. अपनी अगली पारी के लिये मैं काफी प्रोत्साहित महसूस कर रही हूं और भारतीय खेलों के विकास के योगदान में हमारे माननीय प्रधानमंत्री की उम्मीदों पर खरा उतरने के लिये कड़ी मेहनत करूंगी.


PM ने की मिताली की तारीफ
पिछले महीने ही मिताली ने अपने करीब 23 साल लंबे अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट करियर के समापन का ऐलान किया था. इस अवसर पर प्रधानमंत्री ने उन्हें बधाई पत्र भेजा, जिसमें उन्होंने लिखा, आपने दो दशक से अधिक समय तक भारतीय क्रिकेट की सेवा की है. आपने में शानदार प्रतिभा, दृढ़ता और परिवर्तन लाने की ललक है जो वर्षों तक बेहतरीन प्रदर्शन करने के लिये जरूरी होती है. इस उत्साह ने सिर्फ आपकी ही मदद नहीं की बल्कि इससे आपने कई उभरते हुए कई खिलाड़ियों की मदद भी की.


'सिर्फ रिकॉर्ड ही नहीं, ट्रेंड बनाने वाली एथलीट'
पीएम ने पत्र में आगे लिखा, आपके करियर को देखने का एक तरीका संख्या के माध्यम से है. आपके लंबे खेल करियर के दौरान ऐसे कई रिकॉर्ड हैं जो आपने तोड़े और साथ ही कई रिकॉर्ड बनाये भी. ये उपलब्धियां आपकी काबिलियत बयां करती हैं जिसमें महिला अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में शीर्ष रन स्कोरर होना भी शामिल है.

उन्होंने लिखा, लेकिन साथ ही आपकी सफलता आंकड़ों और रिकॉर्ड से परे है. आप ट्रेंड बनाने वाली ऐसी एथलीट हो जिसने कई रिकॉर्ड तोड़े और आप अन्य के लिये प्रेरणा की शानदार स्रोत हो.


ऐसा रहा मिताली का करियर
मिताली ने 232 मैचों में 50 से ज्यादा के औसत से 7805 वनडे रन जोड़े हैं. उन्होंने 89 टी20 अंतरराष्ट्रीय में 2364 रन और 12 टेस्ट में एक शतक और चार अर्धशतकों से 699 रन बनाये हैं. मिताली ने अपने करियर का अंत वनडे क्रिकेट में सबसे ज्यादा रन जुटाने वाली खिलाड़ी के तौर पर किया. वह दूसरी सबसे ज्यादा रन बनाने वाली इंग्लैंड की चार्लोट एडवर्ड्स से 1813 रन आगे थीं.

बहन की मौत के पीछे बड़ी बहन का मास्टर प्लान।


ज्योति कुशवाहा सदस्य MINERVA NEWS LIVE
यूपी के लखीमपुर खीरी जिले की कोतवाली सदर क्षेत्र में हुई किशोरी से गैंग रेप व मर्डर की घटना का पुलिस ने 24 घण्टे के अंदर खुलासा करने का दावा किया है। इस मामले में पुलिस ने मृतका की सगी बड़ी बहन और उसके प्रेमी समेत छह युवकों को गिरफ्तार किया है।
पुलिस के अनुसार, बड़ी बहन ही उसे गन्ने के खेत में ले गई। जहां उसके प्रेमी समेत चार युवकों ने गैंगरेप किया और बाद में राज खुलने के डर से उसकी दुपट्टे से गला कसरकर हत्या कर दी। एसपी संजीव सुमन ने खुलासा करने वाली पुलिस टीम को बीस हजार रुपए का इनाम देने की घोषणा की है।

सदर कोतवाली क्षेत्र के गांव में 13 साल की किशोरी का मंगलवार को गन्ने के खेत में शव मिला था। परिजन रेप व हत्या की आशंका जता रहे थे। एसपी संजीव सुमन ने घटना का खुलासा करते हुए बताया कि किशोरी की बड़ी बहन के अवैध संबंध रंजीत चौहान निवासी झाऊपुरवा खंभारखेड़ा थाना कोतवाली सदर से थे। युवती की दोस्ती अमर सिंह, अंकित और संदीप निवासीगण धोबहा से भी थी। इसकी जानकारी करीब एक महीना पहले युवती की छोटी बहन को हो गई थी। वह इसका विरोध करती थी। युवक जब युवती के घर के आसपास दिखते थे तो उनको और अपनी बहन को गालियां देती थी। उसने यह जानकारी अपने माता-पिता को भी दे दी थी। जिससे उसकी बड़ी बहन का घर से निकलना मुश्किल हो गया था। इसी खुन्नस में युवती ने घटना की प्लानिंग की।

एसपी ने बताया कि प्लान के तहत रंजीत, अमर, अंकित और संदीप अपने दोस्त दीपू व अर्जुन निवासीगण धोबहा गन्ने के खेत में पहुंच गए। युवती अपनी छोटी बहन को लेकर शौच के बहाने गन्ने के खेत में पहुंच गई। वहां सभी आरोपियों ने छोटी बहन को दबोच लिया। दीपू और अर्जुन ने खेत के बाहर पहरा दिया। रंजीत, अमर, अंकित और संदीप ने छोटी बहन के साथ गैंगरेप किया। एसपी ने बताया कि वह घरवालों को कुछ न बता पाए इसलिए उसकी गला दबाकर हत्या कर दी। घटना को अंजाम देकर आरोपी भाग गए। बड़ी बहन घर आ गई। दोपहर करीब तीन बजे उसका शव गन्ने के खेत में पाया गया।

पोस्टमार्टम रिपोर्ट में रेप और हत्या की पुष्टि

किशोरी की पोस्टमार्टम रिपोर्ट पुलिस को बुधवार की दोपहर मिल गई। पोस्टमार्टम रिपोर्ट के अनुसार किशोरी के साथ रेप हुआ था और उसकी गला दबाकर हत्या की गई थी। पोस्टमार्टम रिपोर्ट के अनुसार युवती के चेहरे पर चोट के निशान पाए गए हैं। लेकिन परिजन जो आंख फोड़ने का आरोप लगा रहे थे, वह पोस्टमार्टम रिपोर्ट के अनुसार सही नहीं पाया गया है। दरसल किशोरी का शव मंगलवार की दोपहर करीब तीन बजे बरामद किया गया। पुलिस ने शव का पंचनामा भरकर उसे पोस्टमार्टम के लिए भेजा। तब तक शाम के 5 बज चुके थे। शाम हो जाने के कारण उसके शव का पोस्टमार्टम मंगलवार को नहीं हो सका। सुबह 10 बजे किशोरी के शव का पोस्टमार्टम हुआ। उसके शव का पोस्टमार्टम तीन डॉक्टरों के पैनल ने किया और उसकी वीडियोग्राफी भी कराई गई।

छावनी में तब्दील रहा गांव व पोस्टमार्टम हाउस

किशोरी का शव मिलने के बाद एहतियातन गांव और पोस्टमार्टम हाउस पर रात में पुलिस और पीएसी लगा दी गई। सुबह पुलिस ने अपनी निगरानी में किशोरी के शव का पोस्टमार्टम कराया और उसको गांव तक लेकर भी गई। गांव में भी बड़ी संख्या में पुलिस फोर्स तैनात था। पुलिस की निगरानी में ही उसके शव का अंतिम संस्कार हुआ। अंतिम संस्कार होने के बाद फोर्स को गांव से हटाया गया।

जमीयत उलेमा-ए-हिंद के अध्यक्ष अरशद मदनी ने उदयपुर हत्याकांड पर क्या कहा जानिए।


ज्योति गुप्ता सदस्य MINERVA NEWS LIVE।
जमीयत उलेमा-ए-हिंद के अध्यक्ष अरशद मदनी ने कहा कि देश में शांति व्यवस्था और सांप्रदायिक सदभावना को बनाए रखने के लिए ज़रूरी है कि धैर्य रखा जाए उदयपुर (Udaipur ) में एक कन्हैया लाल ( Kanhaiya Lal नामक एक शख्स की दो मुस्लिम युवकों द्वारा हत्या की देशभर के मुस्लिम संगठनों (Muslim Organizations) और नेताओं ने निंदा की है. जमीयत उलेमा-ए-हिंद (Jamiat Ulema-e-Hind) के अध्यक्ष अरशद मदनी (Arshad Madani) ने इस घटना को गैर-इस्लामी और अमानवीय करार दिया. उन्होंने कहा कि इसकी जितनी भी निंदा की जाए वह कम है.

बुधवार शाम किए गए ट्वीट में मदनी ने कहा, "उदयपुर की घटना बहुत दुखद, गैर-इस्लाम और अमानवीय है, इस की जितनी भी निंदा की जाए कम है." उन्होंने कहा, "बद जुबान द्वारा पैंगबर के अपमान के कारण जो कुछ हुआ बुरा हुआ, लेकिन देश में शांति व्यवस्था और सांप्रदायिक सदभावना को बनाए रखने के लिए ज़रूरी है कि इस पर धैर्य रखा जाए." मदनी का इशारा यहां बीजेपी कि निलंबित नेता नूपुर शर्मा की तरफ था जिन्होंने पैगंबर मोहम्मद साहब को लेकर आपत्तिजनक टिप्पणी की थी.

उदयपुर की घटना बहुत दुखद, गैर-इस्लाम और अमानवीय है, इस की जितनी भी निंदा की जाए कम है
बद जुबान द्वारा पेगम्बर के अपमान के कारण जो कुछ हुआ बुरा हुआ, लेकिन देश में शांति व्यवस्था और सांप्रदायिक सदभावना को बनाए रखने के लिए ज़रूरी है कि इस पर धैर्य रखा जाए।

Friday 1 July 2022

पति ने दोस्तों के साथ मिलकर पत्नी को उतारा मौत के घाट।


ज्योति कश्यप सदस्य MINERVA NEWS LIVE
वाराणसी, 01 जुलाई। जनपद में एक पति ने अपने दोस्तों के साथ मिलकर पत्नी को मौत के घाट उतार दिया। गला दबाकर की गई पत्नी की हत्या के बाद शव को छिपाने की नियत से दो दोस्तों के साथ मिलकर उसे सिवान स्थित कुएं में फेंक दिया। पुलिस की ओर से की गई पूछताछ में पति ने जानकारी दी कि वह आए दिन झगड़ा करती थी और खाना भी नहीं बनाती थी। इसी के चलते उसने पत्नी को मौत के घाट उतारा है।
कपसेठी पुलिस की ओर से दो दिन पूर्व हुई हत्या के मामले का खुलासा किया गया। इसी के साथ वारदात में शामिल पति को उसके दोस्तों के साथ में गिरफ्तार कर लिया गया। दरअसल पुलिस को प्रेमा देवी पत्नी स्वर्गीय मकसूदन निवासी जवंशीपुर थाना नेवढीया जनपद जौनपुर की ओर से 28 जून को तहरीर दी गई थी। इस तहरीर में आरोप लगाया गया था कि उनकी पुत्री रुमन सिंह को दामाद अर्जुन सिंह उर्फ बंटू सिंह को मौत के घाट उतार दिया है। इसी के साथ हत्या कर शव को कहीं फेंक दिया गया है। जिसके बाद पुलिस मामले को लेकर तफ्तीश में जुटी हुई थी।

तहरीर मिलने के बाद पुलिस ने लापता महिला के पति अर्जुन सिंह, मां शकुंतला, देवर के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया। मामले में उच्चाधिकारियों के निर्देश पर थानाध्यक्ष राजेश त्रिपाठी ने टीम को गठित कर जांच शुरू की। इस बीच 30 जून को मुखबिर से पुलिस को जानकारी लगी कि अर्जुन सिंह कुरु चौराहा के पास मौजूद है। पुलिस ने उसे गिरफ्तार किया तो इस मामले का खुलासा हो सका। आरोपी पति ने बताया कि उसकी पत्नी अक्सर उससे झगड़ा करती थी और खाना भी बनाकर नहीं देती थी। इसी के चलते उसने पत्नी की हत्या का मन बनाया। इस काम में उसके दोस्तों ने भी उसका साथ दिया। इसके बाद मामले को छिपाने के लिए शव को कुएं में फेंक दिया गया।

उदयपुर हत्याकांड के दो और आरोपियों को एसआईटी ने किया गिरफ्तार।

ज्योति गुप्ता सदस्य MINERVA NEWS LIVE।

राजस्थान के उदयपुर में दर्जी कन्हैया लाल हत्याकांड में एसआईटी ने दो और आरोपियों को गिरफ्तार किया था, वहीं अब इन्हें 14 दिन की न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया है.
राजस्थान (Rajasthan) के उदयपुर (Udaipur) में दर्जी कन्हैयालाल की नृशंस हत्या (Kanhaiyalal Murder) के मामले में पुलिस (Police) ने दो और आरोपियों (Accused) को गिरफ्तार किया है. उदयपुर रेंज के आईजी प्रफुल्ल कुमार (IG Prafulla Kumar) ने बताया कि इस मामले में दो और लोगों को गिरफ्तार किया गया है. वे पूरी वारदात की तैयारी करने और साजिश रचने में शामिल थे. पुलिस की गिरफ्त में आए दोनों आरोपियों के नाम आसिफ (Asif) और मोहसिन (Mohsin) हैं. अदालत ने दोनों को 14 दिन न्यायिक हिरासत (Judicial Custody) में भेज दिया है.

अब तक मामले में चार लोगों की गिरफ्तारी हो चुकी है. इससे पहले कन्हैयालाल की हत्या करने वाले मुख्य आरोपी रियाज अख्तरी (Riyaz Akhtari) और गौस मोहम्मद (Ghaus Mohammad) को गिरफ्तार किया गया था, जिसके बाद मामला एनआईए (NIA) ने अपने सुपुर्द ले लिया था. दोनों आरोपियों को अजमेर में हाई सिक्योरिटी जेल में भेजा गया है. कोर्ट ने दोनों को 13 दिन की न्यायिक हिरासत में भेजा है. दोनों आरोपियों को जेल में अलग-अलग रखा गया है.

बार एसोसिएशन ने यह कहा

शुरुआती जांच में दोनों आरोपियों के तार पाकिस्तान से जुड़े पाए गए. एनआईए ने दोनों के खिलाफ यूएपीए के तहत मामला दर्ज किया है. बार एसोशिएशन ने दोनों आरोपियों का केस लड़ने से इनकार किया है. एसोसिएशन का कहना है कि आरोपियों को फांसी दी जाए. कोई भी वकील उनका केस नहीं लड़ेगा. यह आतंकी कार्य है. पीएम तक को धमकी दी गई.

वहीं, गुरुवार को मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने पीड़ित परिवार से मुलाकात की और आर्थिक सहायता समेत बेटे को सरकारी नौकरी देने का एलान किया. हत्याकांड के बाद से देशभर में लोगों का गुस्सा देखा जा रहा है. कहीं हत्यारों के पुतले फूंके जा रहे हैं तो कहीं, राजस्थान सरकार पर निशाना साधा जा रहा है.

उत्तर प्रदेश की 200 सड़कें बनेगी हर्बल सड़क।:- CM योगी

उत्तर प्रदेश की 200 सड़कें बनेगी हर्बल सड़क।:- CM  योगी

ज्योति गुप्ता सदस्य MINERVA NEWS LIVE
लखनऊ: पांच साल में पर्यावरण संरक्षण के क्षेत्र में हासिल उपलब्धि की गति को और तेज करते है यूपी सरकार पौधरोपण को प्रदूषण से मुक्ति के साथ सेहत दुरुस्त करने का भी जरिया बनाने में जुटी हुई है।
हरियाली बढ़ाने में उन पौधों का अधिक रोपण होने जा रहा है जो प्राणवायु देने के साथ अपने फल-फूल आदि से हमें आरोग्यदायक औषधियां प्रदान करते हैं। इन औषधीय गुणों वाले पौधों का दायरा सिर्फ घर के अहाते, बाग, जंगल तक सीमित नहीं है बल्कि इसके लिए सरकार कुछ सड़कों को हर्बल मार्ग के रूप में भी विकसित कर रही है।
औषधीय पौधों के प्रति जागरूक करेंगे हर्बल मार्ग

हर्बल मार्ग बनाने का मुख्य उद्देश्य लोगों की इम्यूनिटी (प्रतिरोधक क्षमता) को बेहतर करने के साथ-साथ पर्यावरण को शुद्ध रखना है। हर्बल मार्गों को विकसित करने के लिए अलग से कोई धनावंटन निर्गत नहीं किया गया है, बल्कि मौजूद संसाधन से ही जनहित व स्वास्थ्यवर्धन का यह कार्य कराया जा रहा है। हर्बल मार्गों पर विभिन्न औषधीय वृक्षों के होने से वायु प्रदूषण में कमी आयेगी, साथ ही आमजन को औषधि भी प्राप्त होगी।

प्रदेश की 200 सड़कें हर्बल सड़क के रूप में चिन्हित

लोकनिर्माण विभाग ने हर्बल मार्ग के लिए जिन पौधों का चयन किया है उनमें मासपर्णी, सप्तपर्णी, जत्रोफा (रतनजोत), जल नीम, छोटा नीम, सहजन, मेंथा, लेमन ग्रास, भृंगराज, मुई, आंवला, ब्राह्मी, तुलसी, अनन्तमूल, ग्वारपाठा, अश्वगंधा, हल्दी आदि हैं। अपनी थाती आयुर्वेद में इन सभी पौधों के औषधीय महत्व का जिक्र है।

इन औषधीय पौधों में विभाग के साथ सरकार का भी सहजन पर खासा जोर है। सहजन एक ऐसा पौधा है जिसके फूल, फल, पत्ती यानी हर अंग में आरोग्यता प्रदान करने वाले पोषक तत्वों का खजाना है। यह इम्यूनिटी बूस्टर होने के साथ कई गंभीर बीमारियों के इलाज के लिए संजीवनी समान है। इन्हीं खूबियों की वजह से सहजन को चमत्कारिक पौधा भी कहा जाता है। सरकार इसी मंशा के अनुरूप हर्बल मार्ग के साथ ही नवग्रह वाटिका, नक्षत्र वटिका, पंचवटी, गंगावन, अमृतवन जैसी योजनाओं को भी प्रमुखता से लागू कर रही है।
प्रदेश में हरियाली बढ़ाने के लिए 100 करोड़ से अधिक पौधरोपण हुआ
पांच साल में पौधरोपण का रिकार्ड बनाने वाली उत्तर प्रदेश की योगी सरकार ने अब नया कीर्तिमान रचने की भी तैयारी कर ली है। उनके पहले कार्यकाल में प्रदेश में हरियाली बढ़ाने के लिए 100 करोड़ से अधिक पौधरोपण हुआ। इसका सकारात्मक नतीजा भी सामने है। स्टेट ऑफ फारेस्ट की रिपोर्ट 2021 के अनुसार उत्तर प्रदेश के कुल भौगोलिक क्षेत्रफल के 9.23 फीसद हिस्से में वनावरण है। 2013 में यह 8.82 फीसद था। वर्ष 2030 तक सरकार ने इस रकबे को बढ़ाकर 15 फीसद करने का लक्ष्य रखा है। लक्ष्य पूर्ति के लिए सरकार अगले पांच साल में 175 करोड़ पौधों का रोपण करेगी। इसके तहत इस वर्ष 35 करोड़ पौधरोपण की तैयारी हो चुकी है।
पौधरोपण के महाअभियान में वन विभाग के अलावा 26 अन्य विभाग भाग लेंगे। हर विभाग का लक्ष्य पहले से ही निर्धारित है। इस क्रम में सर्वाधिक 12.60 करोड़ और 12.32 करोड़ का लक्ष्य क्रमशः वन एवं ग्राम्य विकास विभाग का है। इसके अलावा कृषि विभाग और उद्यान विभाग का लक्ष्य क्रमशः 2.35 करोड़ एवं 1.55 करोड़ पौधरोपण का है। पौधरोपण अभियान में बरगद, पीपल, पाकड़, नीम के साथ ही बेल, आंवला, आम, कटहल कैथा, जामुन, शरीफा, करौंदा, नींबू, अंजीर, गूलर, महुआ, शहतूत, जंगल जलेबी, अमरूद, अनार, इमली, बेर, किन्नू के पौधों को रोपने को अधिक वरीयता दी जाएगी।

अध्यक्ष अब्बास नकवी,महामंत्री आकाश सैनी और कोषाध्यक्ष देवरंजन मिश्रा हुए निर्वाचितचुनाव अधिकारी ने दिए प्रमाण पत्रप्रेस क्लब की हुई बैठक

अध्यक्ष अब्बास नकवी,महामंत्री आकाश सैनी और कोषाध्यक्ष देवरंजन मिश्रा हुए निर्वाचित चुनाव अधिकारी ने दिए प्रमाण पत्र प्रेस क्लब की हुई बैठक ...