Tuesday 22 December 2020

यूपी में चार चरणों में एक साथ होंगे त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव, हर वोटर को मिलेंगे 4 मतपत्र

यूपी में चार चरणों में एक साथ होंगे त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव, हर वोटर को मिलेंगे 4 मतपत्र

लखनऊ Updated
प्रदेश में ग्राम प्रधान, ग्राम पंचायत सदस्य. क्षेत्र पंचायत सदस्य और जिला पंचायत सदस्य के चुनाव इस बार एक साथ होंगे। अभी तक की तैयारियां मार्च 2021 में चुनाव कराने की हैं। आरक्षण का फार्मूला जल्द तय हो जाएगा। वार्डों के आरक्षण की प्रक्रिया फरवरी के तीसरे सप्ताह तक पूर्ण कर ली जाएगी।

प्रदेश में त्रिस्तरीय पंचायतों, ग्राम पंचायत, क्षेत्र पंचायत और जिला पंचायत का कार्यकाल क्रमश: 25 दिसंबर, 14 जनवरी और 18 मार्च को समाप्त हो रहा है। 25 दिसंबर को आधी रात से ग्राम पंचायतें भंग हो जाएंगी। कोविड-19 के चलते प्रदेश में पंचायत चुनाव समय से नहीं हो पाए हैं। 

ग्राम पंचायतों में 26 दिसंबर से विकास खंडों के सहायक विकास अधिकारियों (एडीओ पंचायत) को प्रशासक नियुक्त कर दिया जाएगा। जिला पंचायत अध्यक्ष का कार्यकाल पूरा होने पर जिलाधिकारी और क्षेत्र पंचायत अध्यक्ष (ब्लाक प्रमुख) का कार्यकाल पूरा होने पर उप जिलाधिकारी (एसडीएम) को प्रशासक तैनात किया जाएगा। 
शासन ने पंचायत चुनावों कराने के लिए युद्ध स्तर पर तैयारी प्रारंभ कर रखी है। सरकार की मंशा मार्च में पंचायत चुनाव कराने की है। पिछली बार ग्राम प्रधान व ग्राम पंचायत सदस्य के चुनाव एक साथ हुए थे। क्षेत्र पंचायत सदस्य व जिला पंचायत सदस्य के चुनाव अलग से हुए थे। इस बार समय बचाने के लिए चारों पदों के चुनाव एक साथ कराने की तैयारी है। 
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यानी, एक मतदाता को इस बार चार बैलेट पेपर पर मुहप लगानी होगी। मतदाताओं की सुविधा के लिए प्रत्येक पोलिंग स्टेशन पर ग्राम प्रधान-ग्राम पंचायत सदस्य और बीडीसी-जिला पंचायत सदस्य के लिए अलग-अलग बूथ बनाए जाएंगे। यानी, प्रत्येक बूथ में वोटर को दो बैलेट पेपर देकर भेजा जाएगा।

त्रिस्तरीय पंचायतों के वार्डों का आरक्षण फरवरी के तीसरे सप्ताह तक पूरा करने का लक्ष्य तय किया गया है। पिछली बार क्षेत्र पंचायतों व जिला पंचायतों का आरक्षण चक्रानुक्रम में किया गया था जबकि ग्राम पंचायतों के आरक्षण की शून्य से शुरुआत हुई थी।  इस बार आरक्षण का क्या फार्मूला होगा, यह जल्द ही तय हो जाएगा। 

वार्डों का आरक्षण पूरा होने पर शासन इसकी जानकारी निर्वाचन आयोग को देगा।

Friday 18 December 2020

मोहम्मदी में बने बस स्टैंड के पास रैन बसेरे में रुकने वालों के लिए हर समय खतरा ही खतरा

रैन बसेरे में रुकने वालों के लिए हर समय खतरा ही खतरा
मोहम्मदी खीरी मुख्यमंत्री ने  रात में रुकने वाले राहगीरों के लिए रैन बसेरा बनाने का आदेश दिया था इसी क्रम में मोहम्मदी में भी बस अड्डा परिसर के बाहर तहसील प्रशासन ने सफेद हाथी की तरह एक रैन बसेरा खड़ा कर दिया यह रेन बसेरा मोहम्मदी शाहजहांपुर मार्ग पर फुटपाथ पर बनाया गया है अब यदि इस घने कोहरे और भीषण ठंड में रात्रि में किसी ट्रक के ब्रेक फेल हो जाएं तो रैन बसेरे में रुकने वाले कर्मचारियों या राहगीरों का क्या होगा यह तहसील प्रशासन ही बता सकता है इसके अलावा रैन बसेरे में रजाई गद्दे की कोई व्यवस्था नहीं है एक कंबल बिछाने और दो कंबल ओढ़ने की व्यवस्था है टेंट से बना रैन बसेरा नीचे से 2 फुट खुला हुआ है जिसमें हर समय हवा अंदर जाती रहती है वहां रुकने वाले कर्मचारी भी रेन बसेरा की व्यवस्थाओं से संतुष्ट नहीं है तो राहगीर क्या होगा इसके अलावा रेन बसेरा के पास ही बस स्टेशन की कैंटीन की बिल्डिंग है जो जर्जर हालत में है और वहां रात्रि में अराजक तत्वों का जमावड़ा लगा रहता है जो कि शराब पीकर खाली बोतलें फेकते हैं और हुड़दंग करते हैं नाम ना छापने की शर्त पर ड्यूटी करने वाले कर्मचारियों ने बताया कि यहां पर कोई भी सुरक्षाकर्मी नहीं रहता  अलाव भी तब लगता है जब उन्हें कहना पड़ता है कुल मिलाकर के रैन बसेरे के नाम पर सरकार की छवि खराब करने का कार्य  तहसील प्रशासन कर रहा है मजे की बात तो यह है कि किसी भी अधिकारी और जनप्रतिनिधि ने आज तक इस सफेद हाथी की तरह खड़े रैन बसेरे  निरीक्षण करने की आवश्यकता भी नहीं समझी इस संबंध में जब रैन बसेरे की देखभाल करने वाले लेखपाल दीपक वर्मा से बात की गई तो उन्होंने कहा कि उक्त समस्याओं से अधिकारियों को अवगत करा दिया गया है शीघ्र ही अधिकारियों का निर्देश मिलने के बाद समस्याओं का समाधान किया जाएगा

Wednesday 16 December 2020

मोहम्मदी खीरी ,दस टायरा ट्रक के पलटने से एक टाटा मैजिक दबी,दो की मौके पर मृत्यु, कई गम्भीर रूप से धायल, पांच माह और डेढ़ वर्ष की बच्ची सुरक्षित,कयी धंटे दो किलोमीटर लगा रहा लम्बा जाम,तीन जेसीबी ने ट्रक को किया सीधा,पुलिस को जनता का मिला महत्वपूर्ण सहयोग,पुलिस और प्रशासन के अधिकारी पहुंचे मौके पर* MINERVA NEWS LIVE

*मोहम्मदी खीरी ,दस टायरा ट्रक के पलटने से एक टाटा मैजिक दबी,दो की मौके पर मृत्यु, कई गम्भीर रूप से धायल, पांच माह और डेढ़ वर्ष की बच्ची सुरक्षित,कयी धंटे दो किलोमीटर लगा रहा लम्बा जाम,तीन जेसीबी ने ट्रक को किया सीधा,पुलिस को जनता का मिला महत्वपूर्ण सहयोग,पुलिस और प्रशासन के अधिकारी पहुंचे मौके पर*
   MINERVA NEWS LIVE
प्राप्त जानकारी के अनुसार शाहजहांपुर गोला मार्ग जिसमें पीडब्ल्यूडी के माध्यम से सड़क चौड़ीकरण का काम निर्माणाधीन है उसी दौरान गोमती मोड़ तिराहे के पास गोला की ओर से आ रहा 10 टायरा ट्रक जो गन्ने की भूसी ओवरहाइट लादे गोला की तरफ से आ रहा था तभी मोहम्मदी की ओर से जा रहे टाटा मैजिक को रास्ता देने पर 10 टायर अचानक गोमती तिराहे पर सड़क पर पलट गया जिसके नीचे टाटा मैजिक जिसमें 11 लोग सवार थे ट्रक के नीचे आ गए जैसे यह घटना घटित हुई उसी की कुछ दूरी पर चौकी इंचार्ज रहरिया तथा अन्य लोग तत्काल घटनास्थल पर पहुंचे, तभी मैजिक में तड़प रहे लोगों को बमुश्किल निकाला गया, जिसमें मोहम्मदी कोतवाली के रामवृक्ष 55 वर्ष फिरोजपुर तथा अशोक कुमार 50 वर्ष थाना पिहानी की मौत हो गई, टाटा मैजिक पूरी तरह से क्षतिग्रस्त हो गई, देखते ही देखते काफी भीड़ भाड़ शाहजहांपुर गोला मार्ग पर लग गई सूचना पाकर पुलिस उपाधीक्षक अभय प्रताप मल ,प्रभारी निरीक्षक ब्रजेश कुमार त्रिपाठी,पसंगवा आदर्श कुमार सिंह, नायब तहसीलदार ज्ञान प्रकाश सिंह ,तथा आस-पड़ोस के सभी चौकी इंचार्ज घटनास्थल पर पहुंचे, इस घटना घटित होने पर कई किलोमीटर लंबी जाम की स्थिति उत्पन्न हो गई ट्रक को सीधा करने में पुलिस और जनता को काफी मशक्कत का सामना करना पड़ा तीन जेसीबी की मदद से ट्रक को सीधा किया गया तथा उसके उपरांत गन्ने का भूसा हटाकर यह देखने का प्रयास किया गया कि अन्य कोई व्यक्ति तो नहीं इसके नीचे दबा है लेकिन ऐसी कोई सूचना या दृश्य प्रकाश में नहीं आया, आनन-फानन में सभी घायल व्यक्तियों को सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र पहुंचाया गया जिसमें रघुवर प्रसाद 60 वर्ष हिम्मतपुर, हसमत अली 60 वर्ष ,अर्जुन नगर गोला ,नगमा 28 वर्ष सिधौली शाहजहांपुर, सच्चे राम शिवपुरी मोहम्मदी, को मोहम्मदी अस्पताल में भर्ती कराया गया है वही 5 माह की निदा और डेढ़ वर्ष की एक बालिका पूर्ण रूप से सुरक्षित मैजिक से निकाली गई ,देखने में आया है कि ओवरलोड और और हाइट वाहनों तथा निर्माणाधीन सड़क की वजह से यह भयंकर दुर्घटना सामने आई है वही दो लोगों को जिला अस्पताल के लिए रेफर किया गया है,पुलिस उपाधीक्षक अभय प्रताप मल ने बताया कि दोनों मृतकों का पंचनामा भरकर पोस्टमार्टम के लिए लखीमपुर भेजा जा रहा है वही दोनों वाहनो को पुलिस ने अपने कब्जे में ले लिया है ट्रक और टाटा मैजिक के ड्राइवर लापता है,

एंटी रेबीज का टीका अस्पताल में उपलब्ध नहीं जिम्मेदार कौन ?

एंटी रेबीज का टीका अस्पताल में उपलब्ध नहीं जिम्मेदार कौन ?
▪️प्रतिदिन 4 से 5 मरीज पहुंचते हैं अस्पताल में। 
▪️वैक्सीन के अभाव में निजी अस्पतालों में जाने की सलाह दी जा रही।
 बांकेगंज।   सावधान ! यदि आपको कुत्ता या बंदर काट ले तो एन्टी रेबीज इन्जेक्शन लगवाने के लिए सरकारी अस्पतालों का चक्कर छोड़ दें और सीधे निजी अस्पतालों का रुख करें क्योंकि सरकारी अस्पतालों में एंटी रेबीज वैक्सीन उपलब्ध नहीं है। 
      सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र बांकेगंज में कुत्ते या बन्दर के काटने पर  मरीजों को निराश होकर लौटना पड रहा है क्योंकि यहाँ पर एंटी रेबीज वैक्सीन  कई सप्ताह से उपलब्ध नहीं है । अस्पताल प्रशासन की मानें तो जब जिले पर ही वैक्सीन उपलब्ध नहीं हैं तो हमें कहाँ से प्राप्त होगी । इंडेण्ट जब भी जिले पर भेजा जाता है उसमें वैक्सीन के लिए लिखा जाता है किन्तु जिले से कम ही संख्या में वैक्सीन प्राप्त हो पा रही हैं,  जबकि इस समय कुत्ते व बन्दर से घायल व्यक्तियों की संख्या में निरन्तर बढ़ोत्तरी हो रही है। 

       आपको बताते चलें कि अस्पताल परिसर में हर दिन 4 से 5 मरीज कुत्ते से घायल हुए आते हैं । यदि एक माह की गणना की जाय तो औसतन 70 से 80 मरीज हो जाते हैं जबकि जिले से प्रयाप्त मात्रा में ही वैक्सीन उपलब्ध हो पाती है। घायल व्यक्तियों को जब सरकारी अस्पताल से निराश होकर लौटना पड़ता हैं तब वह निजी अस्पतालों को जाते हैं ,जहाँ पर रैबिज के इन्जेक्शन का मूल्य लगभग 400 रूपये के आसपास है।  वही कुछ ऐसे भी व्यक्ति हैं जो झाड़-फूक के चक्कर में पड़ जाते हैं जबकि चिकित्सकों का कहना है कि एंटी  रेबीज वैक्सीन या आलर्क निरोधी वैक्सीन  जब किसी व्यक्ति को पागल कुत्ता, गीदड़, भेड़िए, बन्दर आदि काट ले तो  मरीज को 72 घंटे के अंदर आलर्क निरोधी वैक्सीन लगवाना आवश्यक है ।  वैक्सीन न लगवाने की स्थिति में रेबीज़ रोग होने का खतरा होता है । शुरुवात में तो संक्रमण का पता नहीं चलता लेकिन कुछ माह पश्चात इसका असर दिखने लगता है जोकि जानलेवा होता है साथ ही सम्पर्क में आने वाले व्यक्तियों को भी नुकसान पहुंचता है । फिलहाल अस्पताल परिसर में आने वाले व्यक्तियों को जिले पर टीका न होने की बात कहकर संतुष्ट किया जा रहा है। जब जिले पर ही वैक्सीन उपलब्ध नहीं होगी तो अस्पतालों तक कैसे पहुंचेगी, इसके लिए जिम्मेदार कौन ?
      
"वैक्सीन यदि जिले पर उपलब्ध होगी तो हमारे यहाँ भी उपलब्ध रहेगी । जब वैक्सीन  जिले पर ही नहीं होगी तो टीका लगना भी सम्भव नहीं होगा ।"

                                 के •के• रंजन 
                 अधीक्षक सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र,
                  बांकेगंज।

Tuesday 8 December 2020

किसानों का दर्द और उनकी समस्याये minerva news live श्रीकान्त सिंह शाक्य

किसानों का दर्द और उनकी समस्याये                                                                    minerva news live श्रीकान्त सिंह शाक्य         
                                      बाँकेगंज खीरी।वह किसान जो धान उगाता है वह आज समाधान उगाने के लिए प्रयासरत हैl सच कहूं तो मुझे खुद नहीं पता कि नए कृषि बिल के क्या लाभ हैं एवं कृषकों की क्या आशंकाएं हैं? यह मेरी जानकारी का अभाव हैl शायद इसका यह भी कारण है कि इस नए कृषि बिल का कहीं भी जन सूचना माध्यमों के द्वारा कहीं कोई प्रचार नहीं मिलाl क्या सूचना एवं प्रसारण मंत्रालय सिर्फ उज्जवला योजना एवं जन धन योजना की प्रचार तक ही सीमित हो गया हैl किसान आंदोलन कोई दो-तीन दिन पहले नहीं शुरू हुआ है यह पिछले 2 महीनों से चल रहा है और अब इस स्तर तक पहुंचा हैlन्यूनतम समर्थन मूल्य के लिए अगर किसान आंदोलित हो पाया है तो यह बड़ी बात है क्योंकि सच तो यह है अन्य व्यवसाय/ व्यवस्थाओं/रोजगार में हालात न्यूनतम समर्थन से भी निम्नतम स्तर पर हैl शिक्षा व्यवस्था से जुड़े लोग तो मुनाफाखोर  अढ़ातयो के ही चंगुल में होते हैं तो बेचारे हैं न्यूनतम समर्थन मूल्य न मिलने के बावजूद आंदोलित भी नहीं हो सकते lऔर शायद यह दशा कम से कम किसानों की दशा से और भी बुरी हैlमुझे नहीं पता कि क्या कभी किसानों के किसी वर्ग ने इस नए कृषि बिल की मांग की थी या इन्हें जबरदस्ती किसानों पर थोप दिया गयाl शायद मेरी कृषि बिल संबंधित सभी जिज्ञासाओं के जवाब अगर मैं इंटरनेट पर ढूंढता तो मिल जाते हैं लेकिन क्या किसान भी अपने सवालों का जवाब अब इंटरनेट पर ढूंढेगा एवं सरकारी सूचना तंत्र सिर्फ अपनी डफली और अपना राग पिटेगाl

Thursday 3 December 2020

विराट कोहली बने वनडे क्रिकेट में सबसे तेज 12000 रन बनाने वाले खिलाड़ी

विराट कोहली बने वनडे क्रिकेट में सबसे तेज 12000 रन बनाने वाले खिलाड़ी

 

विराट कोहली एक दिवसीय अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट इतिहास में सबसे तेज 12,000 रन बनाने वाले खिलाड़ी बन गए है। कोहली ने कारनामा कैनबरा में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ खेले तीसरे एकदिवसीय मैच में किया। उन्होंने अपनी 242 वीं पारी में यह मुकाम हासिल किया और उनसे पहले यह रिकॉर्ड सचिन तेंदुलकर के नाम था, जिन्होंने अपनी 300 वीं पारी में 12000 रन बनाए थे।



कोहली 463 एकदिवसीय मैचों में तेंदुलकर के 18,426 रन के बाद वनडे में भारत के लिए दूसरे सबसे बड़े स्कोरर हैं। इसके अलावा भारतीय कप्तान के नाम एकदिवसीय मैचों में सबसे तेज (पारी के मामले में) 10,000 और 11,000 रन बनाने का रिकॉर्ड भी है। कोहली ने 222 पारियों में 11,000 रन बनाए और अपनी 205 वीं पारी में 10000 रन बनाकार ऐसा करने वाले सबसे तेज खिलाड़ी बने थे।

मसाला किंग कहे जाने वाले MDH के मालिक धर्मपाल गुलाटी का निधन हो गया।

MDH के मालिक 'महाशय' धर्मपाल गुलाटी का निधन

मसाला किंग कहे जाने वाले MDH के मालिक धर्मपाल गुलाटी का निधन हो गया। उनका जन्म 1923 में पाकिस्तान के सियालकोट में हुआ था। उन्हें 'दालाजी' और 'महाशयजी' भी कहा जाता था। कम उम्र में स्कूल छोड़ने वाले धर्मपाल गुलाटी शुरुआती दिनों में अपने पिता के मसाला कारोबार से जुड़ गए थे। उन्हें साल 2019 में भारत सरकार द्वारा देश के तीसरे सबसे बड़े नागरिक सम्मान पद्म भूषण से सम्मानित किया गया था।
धर्मपाल गुलाटी के बारे में:
1947 में विभाजन के बाद, धर्मपाल गुलाटी भारत चले आए और अमृतसर में एक शरणार्थी शिविर में रहे। फिर वह दिल्ली आ गए और दिल्ली के करोल बाग में एक दूकान शुरू की। गुलाटी ने 1959 में आधिकारिक तौर पर कंपनी की स्थापना की थी। उनका कारोबार केवल भारत तक ही सीमित नहीं रहा बल्कि वे एक वितरक और निर्यातक भी बन गए। उनकी कंपनी यूके, यूरोप, यूएई, कैनाडा सहित दुनिया के विभिन्न हिस्सों में भारतीय मसालों का निर्यात करती है।

अध्यक्ष अब्बास नकवी,महामंत्री आकाश सैनी और कोषाध्यक्ष देवरंजन मिश्रा हुए निर्वाचितचुनाव अधिकारी ने दिए प्रमाण पत्रप्रेस क्लब की हुई बैठक

अध्यक्ष अब्बास नकवी,महामंत्री आकाश सैनी और कोषाध्यक्ष देवरंजन मिश्रा हुए निर्वाचित चुनाव अधिकारी ने दिए प्रमाण पत्र प्रेस क्लब की हुई बैठक ...