सीएनएन-न्यूज18 ने सूत्रों के हवाले से बताया है कि मोहम्मद उदयपुर के रियासत हुसैन और अब्दुल रजाक के माध्यम से पाकिस्तान स्थित चरमपंथी धार्मिक समूह दावत-ए-इस्लामी में शामिल हो गया था और 2013 के अंत तक भारत के 30 अन्य लोगों के साथ पाकिस्तान के कराची का दौरा किया था। उनके साथ उदयपुर के दो अन्य लोग वसीम अत्तारी और अख्तर रजा भी थे और 45 दिनों के बाद 1 फरवरी 2014 को लौटे।
सूत्रों ने कहा कि मोहम्मद 2013 और 2019 में दो बार सऊदी अरब और 2017-18 में नेपाल भी गए थे। मोहम्मद ने खुलासा किया कि दावत-ए-इस्लामी पाकिस्तान के चरमपंथी राजनीतिक दल तहरीक-ए-लब्बैक से भी जुड़ा हुआ है। वह कराची में सलमान भाई और अब्बू इब्राहिम के लगातार संपर्क में भी था, दोनों ही दावत-ए-इस्लामी से जुड़े हैं।
पूर्व भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) नेता नुपुर शर्मा की पैगंबर के खिलाफ टिप्पणी के बाद सलमान भाई और अब्बू इब्राहिम ने मोहम्मद से कहा कि उन्होंने पाकिस्तान में उनका विरोध किया था और उनका मानना था कि उन्हें भी भारत में 'कड़ी प्रतिक्रिया' दिखानी चाहिए।
No comments:
Post a Comment