समाजसेवी/साहित्यकार गोविंद गुप्ता जी के द्वारा लिखी गई जिला लखीमपुर खीरी के क़स्बा मोहम्मदी पर एक सुंदर कविता।
कविता ने पढ़ने वाले हर एक व्यक्ति का मन मोह लिया.....
लोगो ने पूंछा यह आपका शहर मोहम्मदी क्या है तो हमने यह लिखा,,
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प्यार मोहब्बत की देखो पहचान मोहम्मदी है,
सब रहते है मिलजुलकर मेरी जान मोहम्मदी है,
देविस्थान में मुस्लिम रहते ,इस्लामाबाद में हिन्दू,
फिर भी देखो कभी न लड़ते यह शान मोहम्मदी है,
गुरुद्वारा ,मन्दिर ,मस्जिद सब आसपास ही है,
आरती गुरुवाणी और कुरान मोहम्मदी है,
प्यार मोहब्बत की देखो पहचान मोहम्मदी है,,
मुद्दों पर लड़ते है देखो कभी नही झुकते है देखो,
पर विकास की खातिर एकजुट लड़ते है देखो,
सबके सपनो में देखो परवान मोहम्मदी है,,
प्यार मोहब्बत की देखो पहचान मोहम्मदी है,
है पवित्र गोमती तट भी कुछ ही देखो दूर,
महाभारत कालीन तीर्थ है देखो शक्ति से भरपूर,
खानपान के लिये बहुत मशहूर मोहम्मदी है,,प्यार मोहब्बत की देखो पहचान मोहम्मदी है,,
भले रेलवे यहाँ नही है और न हवाई अड्डा,
पर यहाँ सबको प्यारा है बहुत पुराना बस अड्डा,
रेल यहाँ से चले यही करती अरमान मोहम्मदी है,
प्यार मोहब्बत की देखो पहचान मोहम्मदी है,
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