Sunday 22 May 2022

सफाई के नाम पर लाखों खर्च, फिर भी गन्दगी में जीने को मजबूर तहसील मितौली के ग्रामीण

प्रिंस गुप्ता प्रदेश कोऑर्डिनेटर उत्तर प्रदेश

*मितौली खीरी* - उत्तर प्रदेश के जनपद लखीमपुर खीरी के मितौली कस्बे के ग्रामीण गलियों में जलभराव की वजह से नरकीय जीवन जीने को विवश है। केंद्र व राज्य सरकार एक तरफ जहाँ स्वच्छ भारत मिशन जैसे अभियान के जरिए हर रोज साफ सफाई के लिए लोगो को जागरूक कर रहे है तो वही दूसरी तरफ मितौली कस्बे के ग्रामीण गंदगी में जीने को मजबूर है। कहने को तो मितौली तहसील के दर्जा रखती है और हर साल सफाई के नाम पर लाखों खर्च भी होते है, लेकिन धरातल पर यह काम शून्य नजर आता हैं। ग्रामीणों के अनुसार नालियों की सफाई न होने की वजह से घरों का गन्दा पानी गलियों में भर जाता है। जिससे गली से गुजरने वाले राहगीरों को गन्दे पानी से होकर गुजरना पड़ता है। इस गन्दे पानी मे राहगीर व छोटे बच्चे अक्सर गिरकर घायल भी होते है लेकिन फिर भी जिम्मेदारों का इस तरफ ध्यान नही जाता। एक तरफ गलियों में भरे गन्दे पानी से जहां संक्रामक रोगों के फैलने का खतरा है , तो वही दूसरी तरफ जिम्मेदार देखकर भी अंजान बने रहते है। ऐसा लगता है कि जैसे कि वो क्षेत्र में महामारी फैलने का इंतजार कर रहे हो।
अब देखना यह है कि स्वच्छ भारत मिशन का दावा करने वाले प्रसाशनिक अधिकारियों व शासन की नजर कब तक पड़ती है।

Tuesday 17 May 2022

पूर्व प्रधान के बेटे ने गोली मारकर की आत्महत्या।


प्रिंस गुप्ता प्रदेश कोऑर्डिनेटर उत्तर प्रदेश
बरेली, 16 मई। उत्तर प्रदेश के बरेली जिले के बहेडी थाना क्षेत्र के लबेदा गांव में एक पूर्व प्रधान के बेटे का शव खेत में मिला है और उसके सिर में गोली लगने का निशान है। एक पुलिस अधिकारी ने सोमवार को यह जानकारी दी। उन्होंने बताया कि परिजनों ने हत्या का आरोप लगाया है, जबकि पुलिस आत्महत्या का अंदेशा जता रही है।

अधिकारियों के मुताबिक, लबेदा गांव निवासी पूर्व प्रधान प्रेमदास गंगवार के पुत्र संजय गंगवार (35) का शव सोमवार सुबह छह बजे उनके घर के सामने खेत में पड़ा मिला। उन्होंने बताया कि प्रेमदास सुबह अपने खेत में टहलने गए थे, तभी उन्होंने वहां अपने पुत्र का शव देखा। प्रेमदास ने आरोप लगाया कि संजय के सिर में गोली मारकर उसकी हत्या कर दी गई है। पुलिस ने शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है।

पुलिस अधीक्षक (ग्रामीण) राजकुमार अग्रवाल के अनुसार, लबेदा गांव में संजय नाम के एक युवक की सिर में गोली लगने के कारण मौत होने की सूचना मिली है। उन्होंने कहा कि पुलिस को मौके पर जो साक्ष्य मिले हैं, उससे घटना प्रथम दृष्टया आत्महत्या प्रतीत हो रही है। अग्रवाल के मुताबिक, जिस असलहे से गोली लगने की बात कही जा रही है, वह भी मौके से बरामद हुआ है। उन्होंने कहा कि फॉरेंसिक टीम ने घटनास्थल से साक्ष्य एकत्र किए हैं और पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने के बाद आगे की कार्रवाई की जाएगी।

Monday 16 May 2022

पहली बार किसी मामले की हाईकोर्ट ने व्हाट्सएप के माध्यम से की केस की सुनवाई जाने क्या रही वजह।

लक्ष्मी गुप्ता एंकर MINERVA NEWS LIVE


हाईकोर्ट के इतिहास में पहली बार किसी जज ने व्हाट्सएप के जरिए किसी मामले की सुनवाई की है। ये हैरान कर देने वाला मामला रविवार की छुट्टी वाले दिन हुआ है।
दरअसल, मद्रास हाईकोर्ट के जज जस्टिस जी आर स्वामीनाथन रविवार को एक विवाह समारोह में शामिल होने के लिए शहर से बाहर नागरकोइल गये थे। वहीं से उन्होंने वॉट्सऐप से एक मामले की सुनवाई की।



मंदिर से जुड़ा था मामला
दरअसल, मामला धर्मपुरी जिले के एक मंदिर से जुड़ा हुआ है। श्री अभीष्ट वरदराजा स्वामी मंदिर से हर साल निकलने वाली रथ यात्रा पर हिंदू धार्मिक और परमार्थ विभाग से संबद्ध निरीक्षक ने मंदिर प्रशासन और ट्रस्टी को रथयात्रा रोकने का आदेश दिया था। इस मामले में श्री अभीष्ट वरदराजा स्वामी मंदिर के वंशानुगत ट्रस्टी पी आर श्रीनिवासन ने दलील दी थी कि अगर सोमवार को उनके गांव में प्रस्तावित रथ महोत्सव आयोजित नहीं किया गया तो गांव को 'दैवीय प्रकोप' झेलना पड़ेगा। इस मामले में इमरजेंसी को देखते हुए जज जस्टिस जी आर स्वामीनाथन ने व्हाट्सएप के जरिए मामले की सुनवाई की।



व्हाट्सएप से हुई सुनवाई
उन्होंने मामले की सुनवाई की शुरुआत में ही कहा कि रिट याचिकाकर्ता की प्रार्थना की वजह से मुझे नागरकोइल से इमरजेंसी सुनवाई करनी पड़ी है और व्हाट्सएप के जरिए मामले की सुनवाई की जा रही है। सुनवाई के दौरान जस्टिस जी आर स्वामीनाथन ने नागरकोइल से मामले की सुनवाई कर रहे थे, वहीं याचिकाकर्ता के वकील वी राघवाचारी एक स्थान से और सॉलिसिटर जनरल आर षणमुगसुंदरम दूसरी जगह से इस सुनवाई में हिस्सा ले रहे थे।

सुनवाई करते हुए जस्टिस ने यह कहते हुए कि हिंदू धार्मिक और परमार्थ विभाग से संबद्ध निरीक्षक को मंदिर प्रशासन और ट्रस्टी को रथयात्रा रोकने का आदेश जारी करने का अधिकार नहीं है, आदेश को खारिज कर दिया।

जज ने दिए आदेश
सुनवाई के दौरान सालिसिटर जनरल ने जज से कहा कि सरकार को महोत्सव के आयोजन से कोई दिक्कत नहीं है। सरकार की चिंता केवल आम जनता की सुरक्षा है। उन्होंने तर्क दिया कि सुरक्षा मानकों का पालन नहीं होने की वजह से तंजोर जिले में हाल में ऐसी ही एक रथ यात्रा में बड़ा हादसा हो गया था। इस पर जज ने मंदिर के अधिकारियों को निर्देश दिया कि रथ यात्रा के आयोजन के दौरान सरकार की ओर से निर्धारित नियम एवं शतरें का कड़ाई से पालन किया जाए। इसके साथ ही जज ने सरकारी विद्युत वितरक कंपनी टैनगेडको रथयात्रा शुरू होने से लेकर इसके गंतव्य पर पहुंचने तक कुछ घंटे के लिए क्षेत्र की बिजली काट देने का निर्देश दिया है।

ज्ञानवापी मस्जिद के 3 दिन के सर्वे में मूर्तियां कलश और शिवलिंग के अलावा क्या-क्या दावे हुए पेश पढ़िए और जानिए।

प्रिंस गुप्ता प्रदेश कोऑर्डिनेटर उत्तर प्रदेश

वाराणसी के ज्ञानवापी मस्जिद में तीन दिन तक चले सर्वे का काम खत्म हो गया है. तीसरे दिन सर्वे टीम ने नंदी की मूर्ति के पास के कुएं की पड़ताल हुई. हिंदू पक्ष के वकील विष्णु जैन का दावा है कि कुएं के अंदर शिवलिंग मिला और वो कब्जे में लेने के लिए सिविल कोर्ट जा रहे हैं.
हालांकि हिंदू पक्ष के दावे को मुस्लिम पक्ष ने खारिज कर दिया.

तीसरे दिन सर्वे टीम ने उस कुएं की पड़ताल की, जो नंदी की मूर्ति के पास है. प्राचीन कुएं की वीडियोग्राफी के लिए अंदर वाटर प्रूफ कैमरा डाला गया. तीसरे राउंड के साथ ही सर्वे का काम खत्म हो गया. तीन दिनों के सर्वे में ज्ञानवापी मस्जिद में तहखाने से लेकर गुंबद और पश्चिमी दीवारों की वीडियोग्राफी हुई. अब यह सबूत कोर्ट के सामने पेश किया जाएगा.

वजुखाने में 12 फीट 8 इंच का शिवलिंग!

इस बीच हिंदू पक्ष के वकील मदन मोहन यादव ने दावा किया कि ज्ञानवापी के वजुखाने में 12 फीट 8 इंचा का शिवलिंग मिला है. उनका कहना है कि यह शिवलिंग नंदीजी के सामने है और पूरा पानी निकालकर देखा गया, शिवलिंग 12 फीट 8 इंच का है, जो काफी अंदर गहराई तक है, शिवलिंग जब मिला तो लोग झूम उठे और हर-हर महादेव का नारे लगे.

हिंदू पक्षकार बोले- आज बाबा मिल गए

वादी महिला लक्ष्मी देवी के पति और सर्वे टीम में शामिल सदस्य सोहनलाल आर्य ने कहा कि आज बाबा मिल गए, इससे ज्यादा मैं कुछ नहीं बोलूंगा, जो इतिहासकारों ने लिखा था वह मिल गए, जिसकी नंदी प्रतिक्षा कर रही थीं वह बाबा मिल गए, जो सोचा गया था उससे ज्यादा परिणाम मिला है, इसके बाद हम पश्चिम दीवार में 75 फीट लंबा और 35 फीट ऊंचे मलबे की जांच करने की मांग करेंगे.

तीन दिन तक चला सर्वे, सारे सबूत कैद

ज्ञानवापी मस्जिद का सच कानूनी रिकॉर्ड में दर्ज हो गया. सबूत तस्वीरों में कैद हो गए. तहखाने से लेकर गुंबद तक का वीडियो तैयार हो गया. तीन राउंड में सर्वे का काम हो गया. अब सच का इंतजार है. आज सर्वे का फाइनल राउंड था. सुबह 8 बजते ही सर्वे टीम ज्ञानवापी मस्जिद पहुंच गई. आज बाकी बजे 20 फीसदी काम को खत्म किया गया.

पहले दिन खुलवाए गए थे सभी चार तहखाने

सूत्रों के मुताबिक, नंदी के सामने बने कुएं की ओर सर्वे हुआ. कुएं में वाटर रेसिस्टेंट कैमरा डालकर अंदर की वीडियोग्राफी भी हुई. ज्ञानवापी मस्जिद के अंदर सर्वे का 14 मई को हुआ. पहले दिन सुबह 8 बजे से 12 बजे तक सर्वे हुआ. राउंड-1 में सभी 4 तहखानों के ताले खुलवा कर का सर्वे किया गया.

दूसरे दिन गुंबद, नमाज स्थल और वजू स्थल का सर्वे

15 मई को दूसरे राउंड का सर्वे हुआ. दूसरे दिन भी चार घंटे सर्वे का काम चला, लेकिन कागजी कार्रवाई के कारण सर्वे टीम डेढ़ घंटे देर से बाहर निकली. राउंड -2 में गुंबदों, नमाज स्थल, वजू स्थल के साथ-साथ पश्चिमी दीवारों की वीडियोग्राफी हुई. मुस्लिम पक्ष ने चौथा ताला खोला. साढ़े तीन फीट के दरवाजे से होकर गुंबद तक का सर्वे हुआ.

तीसरे दिन का सर्वे, शिवलिंग का दावा

आज तीसरे दिन करीब 2 घंटे का काम हुआ. आज सर्वे टीम नंदी के पास के कुएं से लेकर बाकी बचे इलाकों का मुआयना किया. फोटोग्राफी-वीडियोग्राफी हुई. कोर्ट की सख्ती है. लिहाजा कोई भी पक्ष सर्वे पर खुल कर नहीं बोल रहा. अंदर क्या दिखा? क्या सबूत दर्ज हुए? लेकिन दबी जुबान से दावे जरूर कर रहे हैं.

सर्प, कलश, घंटियां, स्वास्तिक, स्वान मिलने का दावा

हिंदू पक्ष दावे मजबूत होने की बात कर रहा है तो मुस्लिम पक्ष कुछ न मिलने का दावा कर रहा है. सर्वे में शामिल वकील ने नाम न छापने की शर्त पर बताया था कि तीन कमरों में सर्प, कलश, घंटियां, स्वास्तिक, संस्कृत के श्लोक और स्वान की मूर्तियां मिली हैं, जो उनके लिए सबसे अहम सबूत हैं. इसके अलावा हिंदू मंदिरों के खंभे मिले हैं.

17 मई को सामने आयेगा ज्ञानवापी का सच

वहीं मुस्लिम पक्ष के वकील ने सभी दावों को खारिज कर दिया है. दावे अपने-अपने हैं, लेकिन सच्चाई कोर्ट में ही सामने आएगी. कोर्ट कमिश्नर कल सेशंस कोर्ट में सर्वे रिपोर्ट दाखिल करेंगे. सील बंद रिपोर्ट कोर्ट में ही खुलेगी, फिर साफ होगा कि ज्ञानवापी का सच क्या है? तहखाने से क्या मिला? गुंबद की वीडियोग्राफी में क्या कैद है?

किसी ने भी नहीं लीक की जानकारी: DM

सर्वे पूरा होने पर डीएम कौशल राज शर्मा ने कहा कि सर्वे टीम के किसी भी सदस्य द्वारा ज्ञानवापी मस्जिद के सर्वेक्षण की जानकारी लीक नहीं की गई है, कोर्ट ही सर्वे की जानकारी का संरक्षक है. एक सदस्य को कल लगभग कुछ मिनटों के लिए सर्वे टीम से हटा दिया गया था, बाद में सर्वे टीम का हिस्सा बना लिया गया था.

हिंदू पक्ष के वकील का दावा ज्ञानवापी मस्जिद के वजुखने में मिला 12.8 फिट का शिवलिंग।


प्रिंस गुप्ता प्रदेश कोऑर्डिनेटर उत्तर प्रदेश

वाराणसी के ज्ञानवापी मस्जिद के सर्वे का काम पूरा हो गया है. मस्जिद से निकलने के बाद हिंदू पक्ष के वकीलों की ओर से शिवलिंग मिलने का दावा किया जा रहा है. सबसे पहले हिंदू पक्ष के वकील विष्णु जैन ने दावा किया कि हमें कुएं में शिवलिंग मिला है.
इसके थोड़ी देर बाद हिंदू पक्ष के वकील मदन मोहन यादव ने कहा कि वजुखाने में 12 फीट 8 इंच का शिवलिंग मिला है.

हिंदू पक्ष के वकील मदन मोहन यादव ने दावा किया कि ज्ञानवापी के वजुखाने में 12 फीट 8 इंचा का शिवलिंग मिला है. उनका दावा है, 'यह शिवलिंग नंदीजी के सामने है और पूरा पानी निकालकर देखा गया, शिवलिंग 12 फीट 8 इंच का है, जो काफी अंदर गहराई तक है, शिवलिंग जब मिला तो लोग झूम उठे और हर-हर महादेव का नारे लगे.'

मूर्तियां और कलश से लेकर शिवलिंग तक...तीन दिन का सर्वे पूरा, ज्ञानवापी के सर्वे में क्या-क्या मिला?

इससे पहले हिंदू पक्ष के वकील विष्णु जैन ने फोन पर आजतक को बताया कि कुएं के अंदर शिवलिंग मिला है, उसकी प्रोटेक्शन लेने के लिए हम सिविल कोर्ट जा रहे हैं. वहीं पक्षकार सोहनलाल ने भी शिवलिंग मिलने का दावा किया है. उनका कहना है कि उम्मीद से भी कहीं ज्यादा बेहतर परिणाम मिले हैं. हालांकि इसे मुस्लिम पक्ष ने खारिज कर दिया.

हिंदू पक्षकार बोले- आज बाबा मिल गए

वादी महिला लक्ष्मी देवी के पति और सर्वे टीम में शामिल सदस्य सोहनलाल आर्य ने कहा कि आज बाबा मिल गए, इससे ज्यादा मैं कुछ नहीं बोलूंगा, जो इतिहासकारों ने लिखा था वह मिल गए, जिसकी नंदी प्रतिक्षा कर रही थीं वह बाबा मिल गए, जो सोचा गया था उससे ज्यादा परिणाम मिला है, इसके बाद हम पश्चिम दीवार में 75 फीट लंबा और 35 फीट ऊंचे मलबे की जांच करने की मांग करेंगे.

शिवलिंग मिलने के दावे पर क्या बोले DM?

शिवलिंग मिलने के दावे पर वाराणसी के जिलाधिकारी कौशलराज शर्मा ने कहा कि कोर्ट ने साफ कहा था कि सर्वे के बारे में कोई भी जानकारी लीक नहीं करनी है, अगर किसी ने कोई भी तथ्य अपने हिसाब से बताया है तो वह उनकी निजी राय है, इसको पुख्ता नहीं माना जा सकता है, सभी तथ्यों पर कोर्ट का फैसला ही सर्वमान्य होगा.

मुस्लिम पक्ष ने दावे को किया खारिज

गौरतलब है कि काशी के ज्ञानवापी में सर्वे का काम खत्म हो गया. सर्वे का काम तीन दिनों तक चला. तीसरे दिन सर्वे टीम ने नंदी की मूर्ति के पास के कुएं की पड़ताल हुई. हिंदू पक्ष के वकील विष्णु जैन का दावा है कि कुएं के अंदर शिवलिंग मिला. सर्वे टीम के वीडियोग्राफर ने भी शिवलिंग मिलने के दावे पर मुहर लगाई, लेकिन मुस्लिम पक्ष ने दावे को खारिज कर दिया.

Sunday 15 May 2022

बेहद खास है इस बार की वैशाख पूर्णिमा, ये एक काम करते ही भरभराकर बरसेगा पैसा!


लक्ष्मी गुप्ता एंकर MINERVA NEWS LIVE

आज यानी कि 16 मई को वैशाख पूर्णिमा मनाई जाएगी. इसे बुद्ध पूर्णिमा भी कहते हैं. इस साल वैशाख पूर्णिमा के दिन पूर्ण चंद्र ग्रहण भी लग रहा है. इस दिन किया गया एक उपाय बहुत लाभ देगा. 
वैशाख पूर्णिमा को हिंदू धर्म में बहुत अहम माना गया है. वैसे तो सारी पूर्णिमा महत्‍वपूर्ण होती हैं लेकिन वैशाख पूर्णिमा के दिन भगवान विष्‍णु ने गौतम बुद्ध के रूप में अवतार लिया था. उन्‍होंने ही बौद्ध धर्म की स्‍थापना की और पूरी दुनिया को शांति, प्रेम, ईमानदारी, मानवता का संदेश दिया. इसी दिन महात्‍मा बुद्ध को बोधगया में बोधि वृद्वा के नीचे बुद्धत्‍व की प्राप्ति भी हुई थी. कुछ जगहों पर इसे पीपल पूर्णिमा भी कहते हैं.

वैशाख पूर्णिमा पर ऐसे करें पूजा 
वैशाख पूर्णिमा के दिन सूर्योदय से पहले स्‍नान करें. वैसे तो इस दिन पवित्र नदियों में स्‍नान करना चाहिए लेकिन ऐसा संभव न हो तो गंगाजल मिले पानी से घर पर ही स्‍नान कर लें. फिर ईशान कोण में एक चौकी पर लाल,सफेद या पीला कपड़ा बिछाकर उस पर भगवान विष्णु और मां लक्ष्मी की मूर्ति या तस्वीर स्थापित करें. भगवान विष्‍णु और धन की देवी मां लक्ष्‍मी पूजा करें. उन्‍हें चंदन, अक्षत, पंचामृत, फल, फूल, पंचमेवा, कुमकुम, केसर, नारियल, पीतांबर अर्पित करें. तुलसी दल अर्पित करें. भोग लगाएं. आरती करें. पूजन के बाद दान अवश्‍य दें. वैशाख पूर्णिमा के दिन जल से भरा घड़ा, छाता, जूते, सत्तू, पकवान, फल, पंखे का दान करना उत्‍तम माना गया है.

हाथ की नस काटने के बाद लटकी महिला सिपाही फांसी के फंदे से।

प्रिंस गुप्ता प्रदेश कोऑर्डिनेटर उत्तर प्रदेश

लखनऊ: राजधानी लखनऊ के पीजीआई थाना में तैनात महिला कॉन्सटेबल ने रविवार को आत्महत्या कर ली. महिला सिपाही सरिता निषाद रविवार दोपहर में दुपट्टे का फंदा बनाकर पंखे के कुंडे से फांसी लगाकर अपनी जीवनलीला समाप्त कर ली.
जब बगल के कमरे में रहने वाली अन्य महिला सिपाहियों ने दरवाजा खुलावाया तो नहीं खुला. इसके बाद खिड़की से झांकरकर देखा तो सरिता फंदे पर लटक रही थी. वहीं, सूचना पर पहुंची पुलिस ने मृतका के मोबाइल को कब्जे में लेकर जांच शुरू कर दी है.

फंदे पर लटकने से पहले काट ली हाथ की नस
सरिता लखनऊ के पीजीआई कोतवाली में तैनात थी. पीजीआई थाना क्षेत्र के ही एकता नगर में किराए पर रहती थी. लखनऊ में उसकी पहली पोस्टिंग थी. मृतक सरिता 4 दिन के लिए अपने घर छुट्टी पर गई हुई थी और शनिवार को ही लौट कर वापस आई थी. हालांकि ऑफिस ज्वाइन करने से पहले ही उसने सुसाइड कर लिया.

क्या कहना है पुलिस का?
पुलिस कमिश्नर डीके ठाकुर के मुताबिक, मूलरूप से फतेहाबाद निवासी सुरेंद्र चंद्र की बेटी सरिता महिला आरक्षी है. उसका चयन 2021 में हुआ था. अंडर ट्रेनिंग महिला सिपाही सरिता की 11 जनवरी 2022 से थाना पीजीआई पर तैनात हुई थी. महिला सिपाही के घर के पास और भी सिपाही रहती थीं. सरिता को फोन करने पर जब फोन नहीं उठा तो पुलिस को सूचना दी. हालांकि पहले उसने हाथ की नस काटी है. उसके बाद दुपट्टे से आत्महत्या की है. फॉरेंसिक टीम को मौके पर भेजा गया है और आगे की कार्रवाई की जा रही है. मौके से महिला का मोबाइल बरामद हुआ है जिसमें वीडियो कॉल की जांच की जा रही है. साथ ही सुसाइड की वजह भी तलाशी जा रही है.

अध्यक्ष अब्बास नकवी,महामंत्री आकाश सैनी और कोषाध्यक्ष देवरंजन मिश्रा हुए निर्वाचितचुनाव अधिकारी ने दिए प्रमाण पत्रप्रेस क्लब की हुई बैठक

अध्यक्ष अब्बास नकवी,महामंत्री आकाश सैनी और कोषाध्यक्ष देवरंजन मिश्रा हुए निर्वाचित चुनाव अधिकारी ने दिए प्रमाण पत्र प्रेस क्लब की हुई बैठक ...