*आखिर कब तक गुनाह गारो पर मेहरबान रहेगे मैगलगंज इंस्पेक्टर*
सुमन वर्मा
मैगलगंज खीरी- कुछ दिन पहले हुए पत्रकार पर जान लेब हमले को मैगलगंज पुलिस ने मामूली झगड़े का दे दिया रूप क्या कस्बे मे सच लिखने बाले क़लमकारो पर होते रहेगे जान लेबा हमले या यूही गवाते रहेगेअपनी जान
आखिर कब तक सच्चाई लिखने वाला कलमकार होता रहेगा बेइज्जत पत्रकार पर हमल करने बाले गुनाहगारो को क्यों नही पकड़ पाई अब तक मैगलगंज पुलिस और पकड़े भी क्यू जब पत्रकार पर हमला करने बाल ही कोतवाली इस्पेक्टर का हो खस नाम जद एप्लिकेशन और मौके पर बनाये गये ऑडियो के बाद भी अब तक नही हुई है कोई कानूनी कार्यबाही क्या योगी राज में ऐसे ही होते रहेगे सच्चई दिखने बालो पर जनलेब हमले या पैसे की चमक में इस्पेक्टर साहब भूल गए अपना फर्ज
क्या अपनी सच्चाई की कलम से आईना दिखाना गुनाह है आखिर
पुलिस ने क्यू नही की कार्यबाही अगर पुलिस ने नही की कोई कार्यबाही तो मजबूरन खटखटाना पड़ेगा कोट का दरबाजा
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